भारत में 2020 की चौथी तिमाही में थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स शिपमेंट 70 प्रतिशत बढ़ा

नई दिल्ली, 22 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)| ऑनलाइन खरीदारी का चलन बढ़ रहा है। इस बीच थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स (3पीएल) शिपमेंट अक्टूबर-दिसंबर 2020 के महीने में 70 प्रतिशत बढ़ी है, जिसमें ई-टेलिंग उद्योग के लिए शिपमेंट वॉल्यूम का 45 प्रतिशत योगदान शामिल है। एक नई रिपोर्ट में सोमवार को यह दावा किया गया है। वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में 3पीएल शिपमेंट 75 करोड़ दर्ज किया गया, जिसमें जुलाई-सितंबर 2020 की अवधि से 45 करोड़ की वृद्धि देखी गई है।

बेंगलुरू स्थित मार्केट इंटेलीजेंस कंपनी रेडसीर के अनुसार, “3पीएल में ईग्रॉसरी और फूडटेक में बढ़ने के लिए जबरदस्त संभावना है, क्योंकि यह उन संबंधित क्षेत्रों में केवल 10 प्रतिशत और 5 प्रतिशत पूरा करता है।”

वर्ष 2020 में जुलाई-सितंबर की अवधि में 3पीएल 10.7 करोड़ शिपमेंट से बढ़ी है, यह केवल इसी अवधि के दौरान ई-ग्रॉसरी या ई-किराना स्पेस में 20 लाख की वृद्धि हुई है, जिससे पता चलता है कि यह आगे बहुत लंबा रास्ता तय करने वाला है।

भारत में ऑनलाइन रिटेल पिछले चार वर्षों में तीन गुना से अधिक रफ्तार से बढ़ा है और इसका आने वाले वर्षों में और अधिक बढ़ना तय है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि चूंकि ग्राहक ऑनलाइन खरीदारी के साथ अधिक जागरुक और सहज हो गए हैं, इसलिए डिलीवरी का अनुभव ग्राहकों को बनाए रखने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण पैरामीटर बनेगा, इसलिए यह रिपोर्ट इस प्रतिस्पर्धी बाजार पर कुछ बहुमूल्य अंतर्²ष्टि का खुलासा करती है।

उच्च वितरण (हाई डिलीवरी) अनुभव संतुष्टि के मामले में श्याओमी, डीकैथलॉन और डुंजो जैसे प्लेटफॉर्म अपने संबंधित क्षेत्रों में सबसे आगे रहे।

वहीं कैप्टिव लॉजिस्टिक्स को प्रमुखता मिली है और थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स (3पीएल) अब एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

रिपोर्ट में निकाले गए निष्कर्ष में कहा गया है कि 3पीएल दिग्गज की भूमिका एक वर्टिकल से दूसरे में भिन्न होती है। यह डिजिटल रूप से देशी ब्रांडों (डीएनबी) और अन्य उभरते ब्रांडों के लिए अत्यधिक योगदान देता है और इसकी मौजूदगी अभी भी ई-ग्रॉसरी और फूडटेक स्पेस में कम है।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पिछले एक साल में ग्राहकों की संतुष्टि के लिए डिलीवरी का अनुभव एक महत्वपूर्ण पैरामीटर बन गया है।

ब्रांड अपने ग्राहक अनुभव को कैसे बेहतर बना सकते हैं, इसे लेकर कंपनियां जागरूक हैं। इसी दिशा में काम करते हुए रेडसीर ने शैडोफैक्स के साथ मिलकर ‘डिलीवरी डिलाइट इंडेक्स’ लॉन्च किया है।

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