भोपाल, 11 सितम्बर (युआईटीवी/आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में सियासी दलों की नजर पिछड़ा वर्ग वोट बैंक पर है, क्योंकि इस वर्ग की कुल आबादी में लगभग आधी से ज्यादा की हिस्सेदारी है और चुनाव जीतकर सत्ता हासिल करना है तो इस वर्ग का दिल भी जीतना जरुरी है। यही कारण है कि राज्य में इस वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण दिए जाने का श्रेय लेने की होड़ मची है। कांग्रेस ने तो इस वर्ग के लोगों तक पहुंचने की कवायद शुरू कर दी है। ज्ञात हो कि पिछले दिनों शिवराज सरकार ने एक आदेश जारी कर उच्च न्यायालय ने जिन नियुक्तियों पर रोक लगाई है, उनके अलावा सभी पदों पर पिछड़े वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण देने का आदेश जारी किया है। इससे पहले कमल नाथ के कार्यकाल में पिछड़े वर्ग केा 27 फीसदी आरक्षण का फैसला हुआ है। उसके बाद उच्च न्यायालय ने इस फैसले पर रोक लगा दी थी।
कमल नाथ सरकार के काल के फैसलों को लेकर प्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के अध्यक्ष राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल के निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री पवन पटेल द्वारा आभार यात्रा निकाली जा रही है, यह यात्रा प्रदेश के सभी जिलों में घूमेगी और भाजपा के झूठ-फरेब की पोल खोल कर जनता के समक्ष उजागर करेगी। वहीं पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार की कामयाबी और जनहितैषी योजनाओं की सच्चाई को बतायेगी।
कमलनाथ ने आभार यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया, इसका श्रेय भाजपा लेना चाहती है। जनता खुद इसका फैसला करे। शिवराज कहते हैं मैं किसान का बेटा हूं, वे बताएं आज कृषि क्षेत्र का क्या हाल है। वे अपने आप को भांजे-भांजियों का मामा बताते हैं आज महिलाओं पर अत्याचार क्यों बढ़ रहे हैं। शिवराज कहते हैं मैं ओबीसी का रक्षक हूं तो आज तक ओबीसी को आरक्षण क्यों नहीं मिला।
यात्रा इस चरण में सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, दतिया, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा आदि जिलों में जाएगी।
कांग्रेस की इस आभार यात्रा पर भाजपा ने तंज कसा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेंद्र शिवाजी पटेल का कहना है कि यह आभार नहीं धिक्कार यात्रा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछड़ों व अन्य वर्गों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। कांग्रेस को जब काम करना था तब तो कुछ किया नहीं अब यात्राएं निकाल रही है।