अक्षय कुमार

पहलगाम आतंकवादी हमले में 28 निर्दोषों की हत्या से दहला देश,बॉलीवुड सितारों से लेकर आम नागरिकों ने की निंदा

नई दिल्ली,23 अप्रैल (युआईटीवी)- जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार,22 अप्रैल को एक दिल दहला देने वाला आतंकी हमला हुआ,जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। दोपहर करीब 2:30 बजे,सेना की वर्दी में घुसे आतंकवादियों ने बैसरन क्षेत्र (जिसे ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ भी कहा जाता है) में पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियाँ बरसाईं,जिसमें अब तक 28 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है।

इस हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर चुन-चुनकर लोगों को निशाना बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार,हमलावरों ने पर्यटकों के नाम पूछे,उनका धर्म जानने के बाद उन्हें करीब से गोलियों से भून डाला। इस हमले में एक यूएई का नागरिक,एक नेपाल का नागरिक,दो स्थानीय नागरिक और अन्य मृतक उत्तर प्रदेश,महाराष्ट्र, कर्नाटक,तमिलनाडु,ओडिशा और गुजरात से थे। दर्जनभर से अधिक लोग घायल हुए हैं,जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।

घटना के बाद से गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर में मौजूद हैं और पूरे हालात की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। पूरे इलाके में सुरक्षा एजेंसियों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है और हमलावरों की तलाश जारी है। जानकारी के मुताबिक, 2 से 3 आतंकी सेना की वर्दी में पर्यटकों के बीच घुल-मिल गए थे और फिर अचानक हमला कर दिया।

इस वीभत्स आतंकी हमले से ना सिर्फ आम नागरिक बल्कि देश की नामी हस्तियों ने भी गहरा आक्रोश व्यक्त किया है। बॉलीवुड कलाकारों ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए सरकार से आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की माँग की है।

बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार ने हमले को “हैवानियत” करार दिया। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर लिखा, “पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की खबर सुनकर स्तब्ध हूँ। इस तरह से बेगुनाहों की हत्या करना सरासर हैवानियत है। उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूँ।”अक्षय ने सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील की है,ताकि ऐसे कृत्यों को दोहराया न जा सके।


अनुपम खेर, जो स्वयं कश्मीरी पंडित हैं, इस हमले से बेहद भावुक और आक्रोशित नजर आए। उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “आज जो पहलगाम में हुआ है, वह गलत, बहुत गलत है। 27 हिंदुओं को चुन-चुनकर मारा गया है। यह नरसंहार है। यह ‘कश्मीर फाइल्स’ का अगला अध्याय है।”

उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “मैं उस महिला की तस्वीर नहीं भूल सकता जो अपने पति के शव के पास बैठी थी। वो महिला (पल्लवी) कह रही थी, ‘मुझे भी मार दो।’” अनुपम ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह से आतंकियों को सबक सिखाने की माँग की।

संजय दत्त ने उन आतंकियों की सख्त सजा की माँग करते हुए ट्वीट कर लिखा, “उन्होंने हमारे लोगों को बेरहमी से मारा। यह माफ करने योग्य नहीं है। हमें जवाबी कार्रवाई करनी होगी। मैं सरकार से अनुरोध करता हूँ कि इन आतंकियों को ऐसी सजा दी जाए कि आने वाली पीढ़ियाँ याद रखें।”


अजय देवगन ने ट्वीट करते हुए लिखा, “पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बारे में सुनकर स्तब्ध हूँ। पीड़ित निर्दोष थे और जो हुआ वह दिल दहला देने वाला और पूरी तरह से दुष्ट है। मेरी संवेदनाएँ उनके परिवारों के साथ हैं।”

रवीना टंडन इस आतंकी हमले के बाद एकजुट होने की बात करते हुए एक्स पर लिखा, “ओम शांति। स्तब्ध और क्रोधित। कोई शब्द नहीं जो इस पीड़ा को व्यक्त कर सके। अब समय है कि हम अपनी छोटी-छोटी घरेलू लड़ाइयाँ छोड़कर असली दुश्मन को पहचानें।”

विवेक ओबेरॉय ने इस आतंकवादी हमले पर गहरी संवेदना जताते हुए लिखा, “आज दिल भारी है। कश्मीर में हुए भयानक आतंकी हमले ने हमें हिला दिया है। अब दुनिया को इस नफरत के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।”

इस हमले के बाद केंद्र सरकार और राज्य प्रशासन ने कड़े सुरक्षा प्रबंधों का निर्देश दिया है। एनआईए,आईबी और रॉ जैसी एजेंसियों को मौके पर जाँच के लिए भेजा गया है। सेना और अर्धसैनिक बलों की 6 अतिरिक्त टुकड़ियाँ इलाके में तैनात की गई हैं। सीसीटीवी फुटेज,मोबाइल लोकेशन ट्रेसिंग और स्थानीय इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर आतंकियों की तलाश जारी है।

गृहमंत्री शाह ने इस हमले को “राष्ट्र की संप्रभुता पर हमला” बताया है और कहा है कि “दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।”

पहलगाम,जिसे आमतौर पर ‘धरती का स्वर्ग’ कहा जाता है,आज रक्तरंजित त्रासदी का प्रतीक बन गया है। यह हमला न केवल पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है,बल्कि यह भी दर्शाता है कि आतंकवाद किस हद तक मानवता को शर्मसार कर सकता है।

यह आतंकी हमला सिर्फ एक घटना नहीं,बल्कि मानवता के खिलाफ अपराध है। देश भर में उठती आवाजें अब यही कह रही हैं कि, “अब और नहीं!” केंद्र सरकार से लेकर आम नागरिक तक,सब चाहते हैं कि अब आतंकियों को मुँहतोड़ जवाब दिया जाए।

अब वक्त आ गया है कि न केवल सख्त सैन्य कार्रवाई की जाए,बल्कि स्थायी समाधान की ओर कदम बढ़ाए जाएँ,ताकि देशवासियों को यह यकीन दिलाया जा सके कि भारत किसी भी सूरत में आतंक के आगे नहीं झुकेगा।