श्रीनगर, 2 अगस्त (युआईटीवी/आईएएनएस)। अमरनाथ यात्रा के 32वें दिन मंगलवार को चार हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किए। इसके साथ ही इस साल अब तक चार लाख से अधिक लोग यात्रा पूरी कर चुके हैं।
अधिकारियों ने कहा कि 984 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था बुधवार को जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से सुरक्षा काफिले में घाटी के लिए रवाना हुआ।
अधिकारियों ने कहा, “इन 984 यात्रियों में से 782 पुरुष, 197 महिलाएं और पांच साधु हैं।”
गत 1 जुलाई को शुरू होने के बाद से अब तक इस साल की यात्रा के दौरान 36 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।
तीर्थयात्री या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से हिमालय गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं। पहलगाम आधार शिविर से 43 किलोमीटर की चढ़ाई है या उत्तरी कश्मीर बालटाल आधार शिविर से 14 किलोमीटर की चढ़ाई है।
पारंपरिक पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में तीन-चार दिन लगते हैं, जबकि बालटाल मार्ग का उपयोग करने वाले लोग समुद्र तल से 3888 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर के अंदर ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौट आते हैं।
दोनों मार्गों पर यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
गुफा मंदिर में एक बर्फ की संरचना है जिसके बारे में भक्तों का मानना है कि यह भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है।
बर्फ के स्टैलेग्माइट की संरचना चंद्रमा की कलाओं के साथ घटती और बढ़ती रहती है।
इस वर्ष की 62 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई जो 31 अगस्त को रक्षाबंधन और श्रावण पूर्णिमा पर समाप्त होगी।
तीर्थयात्रियों को ऊंचाई पर होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए, अधिकारियों ने यात्रा के दोनों मार्गों पर स्थापित लंगरों में सभी जंक फूड पर प्रतिबंध लगा दिया है।