एआई साक्षरता

94 प्रतिशत भारतीय फर्म कम से कम एक काम में जेनएआई का इस्तेमाल करती हैं : रिपोर्ट

नई दिल्ली,18 नवंबर (युआईटीवी)- एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि 94% भारतीय व्यवसायों ने जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जेनएआई) को कम से कम एक कार्यात्मक क्षेत्र में एकीकृत किया है,जो दुनिया भर में सबसे अधिक अपनाने की दर है। यह उल्लेखनीय आँकड़ा परिचालन दक्षता बढ़ाने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अत्याधुनिक एआई प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने में भारत के नेतृत्व को रेखांकित करता है।

रिपोर्ट से पता चलता है कि भारतीय कंपनियाँ ग्राहक सेवा,सामग्री निर्माण,आपूर्ति श्रृंखला अनुकूलन और बहुत कुछ सहित विभिन्न कार्यों में जेनएआई का उपयोग कर रही हैं। जेनएआई के एकीकरण का श्रेय प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने,ग्राहक अनुभवों को वैयक्तिकृत करने और कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि उत्पन्न करने की क्षमता को दिया जाता है,जो इसे आज के तेज़ गति वाले डिजिटल परिदृश्य में प्रतिस्पर्धी बने रहने का लक्ष्य रखने वाले व्यवसायों के लिए एक अमूल्य उपकरण बनाता है।

इस वैश्विक-अग्रणी अपनाने को भारत के संपन्न प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र,कुशल एआई पेशेवरों के बढ़ते पूल और एक व्यावसायिक संस्कृति से जोड़ा जा सकता है जो तकनीकी प्रगति को प्राथमिकता देता है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि जेनएआई को अपनाने के लिए भारतीय कंपनियों का खुलापन देश को एआई-संचालित नवाचार के केंद्र के रूप में स्थापित करता है।

जैसे-जैसे दुनिया भर के व्यवसाय जेनएआई की परिवर्तनकारी क्षमता का पता लगा रहे हैं,भारत का सक्रिय दृष्टिकोण विकास और दक्षता बढ़ाने के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने के लिए एक मानक स्थापित करता है।