मुजफ्फरपुर, 9 जून (युआईटीवी/आईएएनएस)| बिहार में एक ओर जहां गर्मी का प्रकोप बढ़ने के साथ तापमान में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है वहीं मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (चमकी बुखार) का प्रकोप भी बढ़ने लगा है।
बीते चार दिनों में मुजफ्फरपुर के तीन बच्चों सहित 5 बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई है। ये सभी बच्चे मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में इलाज के लिए पहुंचे।
एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ दीपक कुमार ने बताया कि अभी तक हमारे यहां ए ई एस के 36 मरीज भर्ती हुए हैं, जिसमें 35 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि पांच जून से आठ जून तक मुजफ्फरपुर जिला के तीन बच्चे, शिवहर जिले का एक और एक बच्चा सीतामढ़ी जिले का एसकेएमसीएच में भर्ती हुआ।
उल्लेखनीय है कि बिहार के मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के जिलों में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) को रोकने के लिए जान जागरूकता अभियान सहित कई तरह के काम किए जा रहे हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि चिलचिलाती धूप में बच्चों को बाहर खेलने नहीं देना चाहिए। उन्हें खाली पेट नहीं सोना चाहिए। अगर किसी बच्चे को तेज बुखार हो जाए तो उसे बिना देर किए तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाना चाहिए। ज्ञात हो कि इस बीमारी से अधिकांश बच्चे ही पीड़ित होते हैं।