श्रीनगर, 19 जुलाई (युआईटीवी/आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रियों पर पथराव के संबंध में सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में किए गए भ्रामक दावों और आरोपों का खंडन किया है। एक आधिकारिक बयान में बुधवार को यह जानकारी दी गई।
प्रशासन का कहना है कि यह घटना पोनीवालों के बीच हुए मामूली विवाद के कारण हुई है।
बयान में कहा गया, “प्रशासन ने श्री अमरनाथजी यात्रा के तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सभी इंतजाम किए हैं।”
“स्थानीय लोग शुरू से ही अपनी अथक सेवाएं देकर यात्रा को सफल बनाने में सबसे आगे रहे हैं। यह यात्रा लोगों के बीच भाईचारे, सांप्रदायिक सद्भाव और एकता का एक उदाहरण है।”
बयान में कहा गया है कि यह यात्रा आध्यात्मिकता का प्रतिनिधित्व करती है और जम्मू-कश्मीर के आर्थिक विकास में इसका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
“यह वीडियो समुदायों के बीच विभाजन पैदा करने, वैमनस्य फैलाने और शांतिपूर्ण यात्रा में बाधा डालने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से बनाया गया है।
बयान में कहा गया है कि श्री अमरनाथजी की पवित्र गुफा की यात्रा पर निकले सभी यात्रियों ने सेवाओं की अच्छी गुणवत्ता की गवाही दी है और निर्बाध यात्रा की सराहना की है।
“यह उल्लेख करना उचित है कि प्रशासन यात्रियों और यात्रा से जुड़े सभी हितधारकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लिया है और पुलिस को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें। इसके अलावा सोशल मीडिया यूजर्स को फर्जी खबरें फैलाने से बचने के लिए कहा गया है।”