नई दिल्ली,18 नवंबर (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक संबंधों पर जोर देते हुए ब्राजील में भारतीय संस्कृति की बढ़ती सराहना की प्रशंसा की है। भारतीय विरासत का जश्न मनाने वाले एक कार्यक्रम में बोलते हुए, पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे भारतीय परंपराओं,कला और आध्यात्मिकता को ब्राजील में गर्मजोशी से स्वागत मिला है,जिससे महाद्वीपों के बीच एक अद्वितीय सांस्कृतिक पुल को बढ़ावा मिला है।
प्रधानमंत्री ने योग,आयुर्वेद,शास्त्रीय भारतीय नृत्य रूपों और बॉलीवुड के प्रति ब्राजील के उत्साह को स्वीकार किया। उन्होंने टिप्पणी की कि कैसे भारतीय संस्कृति के इन तत्वों ने ब्राजीलियाई लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल की है,जिससे दोनों देशों के सांस्कृतिक ताने-बाने को मजबूती मिली है। उन्होंने विदेशों में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और संरक्षित करने में भारतीय प्रवासियों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
पीएम मोदी ने योग सत्र,भारतीय फिल्म महोत्सव और दिवाली और होली जैसे पारंपरिक त्योहारों जैसे कार्यक्रमों के आयोजन के प्रयासों पर गर्व व्यक्त किया,जो ब्राजीलियाई समुदायों से मेल खाते हैं। उन्होंने भारतीय मूल्यों की सार्वभौमिक अपील पर जोर दिया,जो शांति,सद्भाव और वैश्विक अंतर्संबंध की भावना को बढ़ावा देते हैं।
यह उत्सव भारत और ब्राजील के बीच राजनयिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है,जो संस्कृति को अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के लिए एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में प्रदर्शित करता है। मोदी ने सांस्कृतिक और आर्थिक सहयोग के माध्यम से ब्राजील के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने,साझा समृद्धि और पारस्परिक सम्मान के भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।
पीएम मोदी ने एक सामंजस्यपूर्ण वैश्विक समुदाय के निर्माण में इस तरह के आदान-प्रदान के महत्व को रेखांकित करते हुए निष्कर्ष निकाला कि, “संस्कृति वहाँ एकजुट होती है,जहाँ सीमाएँ विभाजित होती हैं।”