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2025 में सोने की कीमत स्थिर रहने की संभावना,मामूली वृद्धि के संकेत मिल रहे : वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल

नई दिल्ली,14 दिसंबर (युआईटीवी)- वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने साल 2025 में सोने के बाजार में मिश्रित संभावनाएँ और चुनौतियों की संभावना जताई है।वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में हो रहे बदलावों और भू-राजनीतिक तनावों के बीच सोने की कीमतों में वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। केंद्रीय बैंकों की नीतियाँ,उपभोक्ता और निवेशक की माँग और वैश्विक घटनाएँ सोने के प्रदर्शन को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक होंगे।

सोने की कीमतें नए वर्ष के साथ स्थिर रह सकती हैं, लेकिन इसमें मामूली वृद्धि भी देखने को मिल सकती है। वैश्विक जीडीपी,बॉन्ड यील्ड्स और मुद्रास्फीति जैसे आर्थिक घटक संकेत दे रहे हैं कि सोने की कीमतें स्थिर रह सकती हैं,लेकिन बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी। वर्तमान में, एमसीएक्स पर सोने की कीमत 76,000-78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच रहने की संभावना जताई जा रही है और अल्पकालिक दृष्टिकोण से बाजार में सतर्कता बनी हुई है।

एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट,जतिन त्रिवेदी ने बताया कि अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के मिश्रित संकेतों के बाद सोने में बिकवाली देखी गई। उत्पादक मूल्य सूचकांक (पीपीआई) डेटा कम रहने के बावजूद,साप्ताहिक बेरोजगारी दावों में बढ़ोतरी के कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई। उन्होंने यह भी कहा कि एमसीएक्स गोल्ड 79,000 रुपये से गिरकर 77,450 रुपये पर आ गया है,जो कि 1,500 रुपये की गिरावट को दर्शाता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल को लेकर भी सोने की कीमतों में असर हो सकता है। उनका व्यवसाय समर्थक एजेंडा घरेलू आर्थिक भावना को बढ़ावा दे सकता है,लेकिन वैश्विक निवेशक मुद्रास्फीति और आपूर्ति श्रृंखला में बाधाओं को लेकर चिंतित हैं। फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती की उम्मीद जताई जा रही है,जो सोने के लिए समर्थन प्रदान कर सकता है,लेकिन इससे नीति में उलटफेर की चुनौतियाँ भी उत्पन्न हो सकती हैं।

भारत और चीन,जो सोने के दो सबसे बड़े बाजार हैं, सोने के प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण होंगे। चीन में आर्थिक विकास और सरकारी प्रोत्साहन उपभोक्ता माँग को प्रभावित कर सकते हैं,जबकि भारत 6.5 प्रतिशत से अधिक की आर्थिक वृद्धि के साथ एक मजबूत स्थिति में है,जो उपभोक्ता माँग को समर्थन देता है। इसके अलावा, भारत में वित्तीय सोने के निवेश उत्पादों की लोकप्रियता बढ़ रही है,जो बाजार में लचीलापन जोड़ने में मददगार साबित हो रहे हैं।

2025 में,सोने की कीमतें 2024 के अंत की रेंज के भीतर रह सकती हैं और केंद्रीय बैंक की खरीदारी सोने के लिए एक स्थिर आधार प्रदान करेगी।