समस्तीपुर,24 दिसंबर (युआईटीवी)- अतुल सुभाष के पिता ने बच्चे की भलाई पर चिंताओं का हवाला देते हुए,अपने पोते की हिरासत (कस्टडी )की माँग करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पारिवारिक विवाद ने व्यक्तिगत मामलों को लोगों के सामने ला दिया है,जिससे हिरासत के अधिकारों और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बारे में चर्चा छिड़ गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, व्यवसायी अतुल सुभाष का इस साल की शुरुआत में निधन हो गया और वह अपने पीछे अपने छोटे बेटे और पत्नी को छोड़ गए। उनके निधन के बाद,कथित तौर पर बच्चे की देखभाल और संरक्षण को लेकर परिवार के भीतर तनाव पैदा हो गया। अतुल के पिता का आरोप है कि उनके पोते को पर्याप्त देखभाल और ध्यान नहीं मिल रहा है और उन्होंने उसकी सुरक्षा के लिए अधिकारियों से संपर्क किया है।
प्राथमिकी स्थानीय पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी,जहाँ अतुल के पिता ने दावा किया था कि उनके पास बच्चे को स्थिर और पोषणपूर्ण पालन-पोषण प्रदान करने के लिए साधन और वातावरण है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका दिवंगत बेटा चाहता था कि बच्चा उसके पैतृक परिवार से जुड़ा रहे।
हालाँकि,बच्चे की माँ ने बच्चे की प्राथमिक देखभालकर्ता के रूप में अपने अधिकारों का दावा करते हुए इन दावों का विरोध किया है। अपने बयान में, उन्होंने आरोपों को निराधार और अपने निजी जीवन में हस्तक्षेप करने का प्रयास बताते हुए अपने बेटे के कल्याण और पालन-पोषण को सुनिश्चित करने के लिए अपने समर्पण पर जोर दिया।
मामले ने अब कानूनी मोड़ ले लिया है,दोनों पक्ष अदालत में संभावित हिरासत की लड़ाई के लिए तैयार हो रहे हैं। कानूनी विशेषज्ञों का सुझाव है कि परिणाम कई कारकों पर निर्भर करेगा,जिसमें बच्चे के सर्वोत्तम हित,वित्तीय स्थिरता और प्रत्येक पक्ष के साथ भावनात्मक जुड़ाव शामिल है।
पुलिस फिलहाल एफआईआर में किए गए दावों की जाँच कर रही है और मामले को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिए परिवार परामर्श सत्र की भी सिफारिश की जा सकती है।
यह मामला पारिवारिक विवादों की जटिलताओं को उजागर करता है,खासकर जब उनमें छोटे बच्चे शामिल होते हैं। जबकि कानूनी प्रणाली का लक्ष्य बच्चे की भलाई को प्राथमिकता देना है,ऐसे मामले अक्सर इसमें शामिल सभी पक्षों पर स्थायी भावनात्मक प्रभाव छोड़ते हैं। जैसे-जैसे कार्यवाही सामने आती है,सभी की निगाहें इस पर टिकी रहती हैं कि बच्चे के सर्वोत्तम हित में स्थिति का समाधान कैसे किया जाएगा।