सना,27 दिसंबर (युआईटीवी)- डब्ल्यूएचओ के प्रमुख, टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस इजरायली हमले में बाल-बाल बच गए। गुरुवार को यमन के सना एयरपोर्ट पर इजरायल द्वारा हमला किया गया,जिसका निशाना बंदरगाह और एयरपोर्ट था। इस हमले के दौरान डब्ल्यूएचओ के प्रमुख, टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस भी वहाँ मौजूद थे, जो संयुक्त राष्ट्र (यूएन) कर्मचारियों की रिहाई के लिए बातचीत करने के लिए यमन गए थे। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख इस हमले में बाल-बाल बच गए। टेड्रोस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस हमले की जानकारी देते हुए लिखा कि उनका यमन यात्रा का उद्देश्य यूएन कर्मचारियों की रिहाई के लिए बातचीत करना और यमन की स्वास्थ्य एवं मानवीय स्थिति का आकलन करना था।
पिछले कई महीनों से हूती विद्रोहियों ने यूएन के कर्मचारियों को बंधक बना रखा था। इन्हीं कर्मचारियों की रिहाई के लिए डब्ल्यूएचओ प्रमुख यमन पहुँचे थे। हमले के बाद,टेड्रोस ने बताया कि वे सना एयरपोर्ट से अपनी उड़ान पर सवार होने वाले थे, जब अचानक हवाई अड्डे पर बमबारी की गई। इस हमले में डब्ल्यूएचओ के विमान के चालक दल के एक सदस्य को चोटें आईं,जबकि हवाई अड्डे पर कम-से-कम दो लोगों के मारे जाने की खबरें आईं।
Our mission to negotiate the release of @UN staff detainees and to assess the health and humanitarian situation in #Yemen concluded today. We continue to call for the detainees’ immediate release.
As we were about to board our flight from Sana’a, about two hours ago, the airport… pic.twitter.com/riZayWHkvf
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) December 26, 2024
टेड्रोस ने यह भी कहा कि हवाई यातायात नियंत्रण टावर,प्रस्थान लाउंज और रनवे भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। यह स्थल उस समय के आसपास था,जब डब्ल्यूएचओ प्रमुख और उनकी टीम एयरपोर्ट से रवाना होने वाले थे। हमले के कारण उन्हें हवाई अड्डे की मरम्मत होने तक इंतजार करना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र और डब्ल्यूएचओ के सभी सहकर्मी सुरक्षित हैं और वे उन परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं,जिनके प्रियजनों ने हमले में अपनी जान गंवाई।
इस हमले से यह स्पष्ट हो गया कि यमन में स्थिति अभी भी बेहद नाजुक है और सुरक्षा खतरे में है। टेड्रोस के अनुसार,उनकी टीम की प्राथमिकता अब उस क्षेत्र में मानवीय सहायता भेजने की है और वे यूएन कर्मचारियों की रिहाई के लिए अपनी माँगों को जारी रखेंगे।
यह हमला उस समय हुआ,जब यमन में संघर्षों और मानवीय संकट के चलते स्वास्थ्य एवं अन्य सहायता कार्यों की गंभीर आवश्यकता थी। डब्ल्यूएचओ और संयुक्त राष्ट्र के कई कर्मचारी इस क्षेत्र में कार्यरत हैं और इस हमले ने एक बार फिर से यमन में कार्यरत अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लिए सुरक्षा की गंभीर चिंता को सामने लाया है।
यह घटना यमन के युद्धग्रस्त क्षेत्रों में मानवीय सहायता भेजने वाले संगठनों के लिए एक चेतावनी के रूप में आई है,जहाँ सुरक्षा स्थिति अस्थिर है और विभिन्न दलों के बीच संघर्ष जारी है। टेड्रोस ने अपने बयान में उन सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की,जिन्होंने इस हमले में अपनों को खो दिया और उनकी टीम के साथ अपनी सुरक्षा की स्थिति को स्पष्ट किया। इस हमले ने यमन में युद्ध और सुरक्षा मुद्दों की गंभीरता को और भी उजागर किया है।