अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर (तस्वीर क्रेडिट@vivekcool007)

9 जनवरी को वाशिंगटन,डी.सी.में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर का होगा अंतिम संस्कार,सम्मान के लिए बंद रहेगा सुप्रीम कोर्ट

वाशिंगटन,31 दिसंबर (युआईटीवी)- 9 जनवरी को वाशिंगटन, डी.सी. में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और नोबेल पुरस्कार विजेता जिमी कार्टर का अंतिम संस्कार होगा। राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा उसी दिन राष्ट्रीय शोक दिवस भी घोषित किया जाएगा। इस अवसर पर बाइडेन पूर्व राष्ट्रपति के लिए एक श्रद्धांजलि भाषण दे सकते हैं। 9 जनवरी को कार्टर के सम्मान में संघीय कार्यालयों को बंद रखने का आदेश भी दिया गया है।

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने घोषणा किया कि 9 जनवरी को शोक दिवस के मौके पर कोर्ट भी बंद रहेगा,जिससे न्यायिक कार्यों में भी अस्थायी रूप से विराम लगेगा। जिमी कार्टर का निधन रविवार को हुआ था। 100 वर्ष की आयु में उन्होंने दुनिया से विदा लिया। उनके निधन से अमेरिका में गहरा शोक छा गया है,क्योंकि कार्टर ने अपने पूरे जीवन में कई महत्वपूर्ण कार्य किए और दुनिया भर में शांति व मानवाधिकार के लिए संघर्ष किया।

पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर के सम्मान में आयोजित होने वाली सेवाएँ 4 जनवरी से शुरू हो जाएँगी। इस दौरान,उनका पार्थिव शरीर पहले जॉर्जिया में उनके बचपन के घर और पारिवारिक फार्म पर ले जाया जाएगा,जहाँ पर उनके परिवार और प्रियजन अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। फिर, उनके शव को जॉर्जिया के राज्य कैपिटल में रखा जाएगा। इसके बाद,7 जनवरी को अटलांटा के कार्टर प्रेसिडेंशियल सेंटर में उनके पार्थिव शरीर को रखा जाएगा।

7 जनवरी को, कार्टर के पार्थिव शरीर को वाशिंगटन,डी.सी. के लिए भेजा जाएगा, और वहाँ यूएस नेवी मेमोरियल और यूएस कैपिटल में उनका शव रखा जाएगा। कैपिटल में 7 जनवरी को कांग्रेस के सदस्य दिवंगत राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि देंगे। यह आयोजन अमेरिकी कांग्रेस के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जहाँ राष्ट्रपति कार्टर को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।

कार्टर के अंतिम संस्कार की अंतिम प्रक्रिया 9 जनवरी को होगी,जब उनका शव नेशनल कैथेड्रल में रखा जाएगा। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू होगा और इसमें राष्ट्रपति जो बाइडेन,अन्य उच्च सरकारी अधिकारी और उनके परिवार के सदस्य शामिल होंगे। राष्ट्रपति बाइडेन के भाषण से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कार्टर की महान सेवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाए।

दोनों दलों के कांग्रेसी नेताओं ने सोमवार को एक पत्र के माध्यम से कार्टर के बेटे जेम्स कार्टर III और कार्टर सेंटर को सूचना दिया कि दिवंगत राष्ट्रपति के पार्थिव शरीर को 7 से 9 जनवरी तक कैपिटल में रखा जाएगा। कांग्रेसी नेताओं ने यह भी बताया कि वे राष्ट्रपति कार्टर की लंबी और विशिष्ट सेवा को सम्मानित करने के लिए उनके अवशेषों को संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रतिनिधि सभा और सीनेट के रोटुंडा में रखने का निर्णय ले रहे हैं। उनका उद्देश्य यह है कि अमेरिकी जनता को भी अपने राष्ट्रपति को अंतिम विदाई देने का अवसर मिले और इसके लिए संसद के दोनों सदनों से अनुमति प्राप्त करने के बाद,इन व्यवस्थाओं को आगे बढ़ाया जाएगा।

राष्ट्रपति कार्टर की विशेषता यह थी कि उन्होंने अपने कार्यकाल के बाद भी बहुत से महत्वपूर्ण कार्य किए। कार्टर ने 1982 में अपनी पत्नी रॉसालिन के साथ मिलकर कार्टर सेंटर की स्थापना की थी और इसके माध्यम से उन्होंने दुनिया भर के विकासशील देशों में मानवाधिकारों की रक्षा और लोकतांत्रिक संस्थाओं के निर्माण के लिए काम किया। उनके इन प्रयासों को 2002 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था,जो उनके अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में किए गए कठिन प्रयासों को मान्यता देने के रूप में था।

जिमी कार्टर का जीवन केवल राजनीति तक ही सीमित नहीं था,बल्कि उन्होंने वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों की रक्षा,शांति स्थापित करने और न्याय की प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए भी अपनी पूरी कोशिश की। उनके कार्यों ने न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया में मानवता की दिशा में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए। उनके शांति प्रयासों,खासकर मध्य पूर्व और अन्य संघर्ष क्षेत्रों में शांति स्थापित करने के लिए उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

राष्ट्रपति कार्टर का निधन सिर्फ अमेरिका ही नहीं,बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा क्षति है। उनके द्वारा किए गए कार्यों के कारण उन्हें हमेशा सम्मानित किया जाएगा और उनका योगदान इतिहास में हमेशा जीवित रहेगा। अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर कार्टर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा, “राष्ट्रपति के रूप में जिमी कार्टर ने हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण समय में कई चुनौतियों का सामना किया और उन्होंने हमेशा सभी अमेरिकियों के लिए काम किया।” ट्रंप ने जिमी कार्टर के प्रति आभार भी व्यक्त किया।

कार्टर द्वारा किए गए शांति प्रयासों और मानवाधिकारों की रक्षा के काम के लिए दुनिया भर में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। उनकी सेवाओं का सम्मान करने के लिए,अमेरिका में व्यापक स्तर पर शोक व्यक्त किया जा रहा है। उनके योगदान को ना केवल अमेरिका,बल्कि पूरी दुनिया कभी नहीं भूल सकेगी।