इमरजेंसी

कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ को बांग्लादेश ने किया बैन,रिलीज से 2 दिन पहले लगा झटका

मुंबई,15 जनवरी (युआईटीवी)- कंगना रनौत की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘इमरजेंसी’ कई बार पोस्टपोन होने के बाद अब आखिरकार सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है। 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ को रिलीज से 2 दिन पहले एक बड़ा झटका लगा है,क्योंकि इस फिल्म को बांग्लादेश में बैन कर दिया गया है।

बांग्लादेश में फिल्म को बैन करने के पीछे कई कारण हैं,जिनका सामना फिल्म को करना पड़ा है। उन कारणों में एक कारण फिल्म की राजनीतिक प्रकृति और इसके कुछ दृश्यों से जुड़ा हुआ है। फिल्म ‘इमरजेंसी’ में बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति और स्वतंत्रता सेनानी शेख मुजीबुर रहमान की हत्या को दिखाया गया है। बांग्लादेश में शेख मुजीबुर रहमान को “फादर ऑफ बांग्लादेश” के रूप में सम्मान दिया जाता है और उनकी हत्या बांग्लादेश के इतिहास का एक संवेदनशील मुद्दा है। बांग्लादेश में इस फिल्म को बैन किए जाने का एक प्रमुख कारण फिल्म में शेख मुजीबुर रहमान के जीवन के इस हिस्से को दिखाया जाना भी माना जा रहा है।

पाकिस्तान और बांग्लादेश के विभाजन में शेख मुजीबुर रहमान का योगदान महत्वपूर्ण था,जिसके कारण 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध हुआ था। इस फिल्म में इन ऐतिहासिक घटनाओं को जिस तरीके से प्रस्तुत किया गया है,वह बांग्लादेश सरकार और जनता के लिए संवेदनशील हो सकता है,इसलिए इसे बांग्लादेश में रिलीज करने का फैसला लिया गया है।

फिल्म की रिलीज से पहले की कई परेशानियाँ भी चर्चा में रही हैं। ‘इमरजेंसी’ को पहले 14 जून 2024 को रिलीज किया जाना था,लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद फिल्म को 6 सितंबर 2024 के लिए तय किया गया,लेकिन सेंसर बोर्ड ने इसे सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया। इस वजह से फिल्म के निर्माता और निर्देशक कंगना रनौत को न्यायालय का रुख करना पड़ा। कंगना ने हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की थी,जिसके बाद कुछ बदलावों के बाद सेंसर बोर्ड ने फिल्म को मंजूरी दे दी। इसके बाद कंगना ने घोषणा की कि फिल्म 17 जनवरी 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी।

अभिनेत्री कंगना रनौत फिल्म ‘इमरजेंसी’ में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं। कंगना इस फिल्म की मुख्य अभिनेता तो हैं ही साथ उन्होंने इस फिल्म को निर्देशित भी किया है। फिल्म में कंगना के अलावा अनुपम खेर,श्रेयस तलपड़े,दिवंगत सतीश कौशिक जैसे प्रमुख सितारे भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएँगे। फिल्म के प्रचार के दौरान कंगना ने यह कहा था कि ‘इमरजेंसी’ भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण और विवादास्पद समय पर आधारित है और यह दर्शकों को भारतीय इतिहास की एक नयी परत से अवगत कराएगी।

फिल्म में भारतीय राजनीति के उस दौर को दिखाया गया है,जब इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की थी। इस फिल्म में 1975 से 1977 तक के घटनाक्रमों को पर्दे पर उतारा गया है,जिसमें इंदिरा गांधी के नेतृत्व में देश में लगाए गए आपातकाल की घटनाएँ शामिल हैं। फिल्म ने बहुत से विवादों को भी जन्म दिया, क्योंकि यह एक राजनीतिक विषय पर आधारित है और कुछ ऐसे घटनाओं को दिखाया गया है जो आज भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं।

कंगना रनौत की यह फिल्म न केवल भारतीय राजनीति और इतिहास को दर्शाती है, बल्कि यह कंगना के निर्देशन में बनाई गई एक महत्वपूर्ण फिल्म भी है,जिसे लेकर उनके प्रशंसक और फिल्म उद्योग में काफी उम्मीदें हैं। हालाँकि,बांग्लादेश में फिल्म के बैन होने से उसकी अंतर्राष्ट्रीय पहुँच पर असर पड़ा है,लेकिन भारत में इसके दर्शकों की उम्मीदें बनी हुई हैं। 17 जनवरी को फिल्म के सिनेमाघरों में रिलीज होने से पहले इसके बारे में और अधिक विवाद हो सकते हैं,लेकिन यह निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण फिल्म साबित होगी,जो भारतीय राजनीति के एक अहम अध्याय को जीवित करती है।