प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एलन मस्क (तस्वीर क्रेडिट@sengarlive)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी यात्रा के दौरान एलन मस्क से मुलाकात की

नई दिल्ली,14 फरवरी (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय अमेरिकी यात्रा के तहत बुधवार रात वाशिंगटन डीसी पहुँचे थे। यहाँ उन्होंने गुरुवार को टेस्ला के प्रमुख और प्रौद्योगिकी उद्योग के दिग्गज एलन मस्क से वाशिंगटन के ब्लेयर हाउस में मुलाकात की। यह मुलाकात भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और प्रौद्योगिकी संबंधों के लिहाज से अहम मानी जा रही थी। इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे।

एलन मस्क,जो कि टेस्ला,स्पेसएक्स और अन्य प्रमुख कंपनियों के संस्थापक और प्रमुख हैं,अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी और सरकारी दक्षता विभाग के प्रमुख के रूप में कार्य कर रहे हैं। मस्क ने ब्लेयर हाउस में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। यह मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज के साथ चर्चा समाप्त होने के बाद हुई और इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के बीच व्यापार,तकनीकी नवाचार और अन्य सहयोग के अवसरों पर विचार-विमर्श किया।

एलन मस्क के परिवार के सदस्य भी इस मुलाकात में शामिल हुए। उनके तीन बच्चे – एक्स,स्ट्राइडर और एज्योर भी इस अवसर पर उपस्थित थे। मस्क और प्रधानमंत्री मोदी के बीच पहले भी कई बार मुलाकातें हो चुकी हैं,जिनमें एक खास मुलाकात 2015 में कैलिफोर्निया के सैन जोस में हुई थी,जब प्रधानमंत्री मोदी ने टेस्ला प्लांट का दौरा किया था। उस समय मस्क ने उन्हें प्लांट का निजी दौरा कराया था और दोनों के बीच प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा की थी।

प्रधानमंत्री मोदी और मस्क के बीच यह मुलाकात विशेष महत्व रखती है क्योंकि मस्क एक अग्रणी तकनीकी उद्यमी हैं और उनकी कंपनियाँ पूरी दुनिया में तकनीकी नवाचार की दिशा निर्धारित कर रही हैं। मस्क ने अमेरिकी सरकारी दक्षता विभाग की शुरुआत की थी,जो सरकारी कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने पर केंद्रित है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बैठक में यह विषय भी चर्चा का हिस्सा था कि भारत और अमेरिका के बीच इस तरह के नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कैसे और बेहतर सहयोग किया जा सकता है।

इस बैठक के बाद,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अगला प्रमुख कार्यक्रम व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात था,जिसमें दोनों नेताओं के बीच व्यापार, टैरिफ,रक्षा सहयोग और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की भूमिका पर चर्चा होने की उम्मीद थी। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का एक अवसर मानी जा रही है। दोनों देशों के बीच यह रिश्ते वैश्विक सुरक्षा,व्यापार और प्रौद्योगिकी के मुद्दों पर सहमति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की वाशिंगटन यात्रा का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह था कि यहाँ भारतीय समुदाय के लोग भी सक्रिय थे। ब्लेयर हाउस के बाहर भारतीय समुदाय के लोगों ने ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। इस दौरान भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया,जो भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते सहयोग का प्रतीक है।

प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों को और गहरा करना है,खासकर व्यापार,प्रौद्योगिकी और सुरक्षा के मामलों में। मस्क के साथ उनकी मुलाकात ने यह संकेत दिया कि भारत अमेरिका के साथ अपने व्यापारिक और प्रौद्योगिकी संबंधों को और मजबूत करने के लिए तत्पर है।

प्रधानमंत्री मोदी की यह अमेरिकी यात्रा भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को एक नई दिशा देने वाली है, जहाँ दोनों देश मिलकर तकनीकी,व्यापारिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से वैश्विक चुनौतियों का सामना करेंगे और अपने संबंधों को और मजबूत करेंगे।