लखनऊ, 4 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)- उत्तर प्रदेश में हाल ही में लागू हुए धर्मातरण विरोधी कानून के तहत पुरुष पर महिला को लालच देकर शादी करने का आरोप लगने के बाद इस नवविवाहित जोड़े ने जान देने की कोशिश की। जोड़े ने आत्महत्या करने के लिए नींद की ढेर सारी गोलियां खा लीं थीं। खबरों के मुताबिक, जानकीपुरम में रहने वाली एक महिला मंगलवार को लापता हो गई थी और उसके पिता ने दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति के खिलाफ धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज कराया था।
जानकीपुरम के एसएचओ बृजेश सिंह ने कहा, “जानकीपुरम निवासी विजय प्रकाश ने 26 साल के युवक शाहरुख के खिलाफ शिकायत की है कि उसने उसकी 24 साल की बेटी दीप्ति को बहला कर शादी करने और धर्म बदलने के लिए मजबूर किया। प्रकाश ने कहा है कि उसकी बेटी मंगलवार की रात से लापता है। हमने आरोपी शाहरुख के खिलाफ शादी के लिए मजबूर करने और धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत महिला का अपहरण या उत्पीड़न करने का मामला दर्ज किया कर लिया।”
इसके बाद पुलिस ने इस जोड़े का पता लगाने के लिए छापेमारी शुरू की। इस दौरान शाहरुख के परिवार ने कहा कि वे उन दोनों को खोजने में मदद करेंगे। बुधवार शाम को आरोपी के परिवार ने अधिकारियों को फोन करके कहा कि वे दंपत्ति को पुलिस स्टेशन ला रहे हैं।
सिंह ने आगे बताया, “पूछताछ के दौरान शाहरुख और दीप्ति ने कहा कि वे बालिग हैं और एक-दूसरे से शादी करना चाहते हैं। हमने देखा कि उन दोनों की हालत ठीक नहीं थी और वे बेहोशी की हालत में थे। हमने उनकी जांच की तो शाहरुख की जेब में एक सुसाइड नोट मिला।”
उन दोनों ने नींद की कई गोलियां खाईं हुईं थीं, इसके बाद पुलिस ने उन्हें बलरामपुर अस्पताल पहुंचाया। बाद में दीप्ति के पास भी वैसा ही सुसाइट नोट मिला। अब दोनों की हालत स्थिर है और खतरे से बाहर है।
पुलिस अधिकारी ने कहा है, “उन दोनों के ठीक होते ही हम उनसे पूछताछ करेंगे।”