पटना, 12 अप्रैल (युआईटीवी/आईएएनएस)- पश्चिम बंगाल में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अश्विनी कुमार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद उनकी मां सदमें में थी और रविवार को पुर्णिया जिले में उनका निधन हो गया। पुलिस ने कहा कि किशनगंज पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) ने पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर जिले में गोलपोखर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पंजिपारा के पास पंतापारा गांव में शनिवार सुबह एक पुलिस दल का नेतृत्व किया, जहां भीड़ ने उनपर हमला कर दिया।
50 वर्षीय कुमार की मौके पर ही मौत हो गई।
खबर सुनते ही, हार्ट पेशेंट देवी बेहोश हो गईं और सदमे में चली गईं, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
किशनगंज पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा, “कुमार ने छापे से पहले अपने बंगाल के समकक्ष को सूचित किया था। छापेमारी करते समय, 100 से अधिक लोगों ने उन पर हमला किया और एसएचओ पर क्रूरतापूर्वक तरीके से हमला किया।”
सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के लिए अश्वनी के साथ आए सात और पुलिस कर्मी हमले के बाद मौके से भाग गए।
इस बीच, मारे गए पुलिस के परिवार वालों ने घटना के पीछे साजिश का आरोप लगाया है।
घटना पर कड़ा संज्ञान लेते हुए किशनगंज के एसपी कुमार आशीष ने घटनास्थल से भागने के लिए सर्कल इंस्पेक्टर मनीष कुमार सहित सभी सात पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है।
उन्होंने कहा, “हमने सात पुलिसकर्मियों को उनके कर्तव्य का पालन करने में असमर्थ होने और टीम लीडर को मौके पर अकेले छोड़ने के लिए निलंबित कर दिया है। हमने उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी है। यदि जांच के दौरान कोई साजिश का मामला आता है, तो उन्हें आईपीसी की धाराओं के तहत दर्ज किया जाएगा।”