लखनऊ, 26 अप्रैल (युआईटीवी/आईएएनएस)- उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के तीसरे चरण के लिए मतदान सोमवार से शुरू हो गया है, जिसमें राज्य के 20 जिलों में 2.14 लाख से अधिक सीटों के लिए 3.52 लाख से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, शामली, मेरठ, मुरादाबाद, पीलीभीत, कासगंज, फिरोजाबाद, औरैया, कानपुर देहात, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, उन्नाव, अमेठी, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, देवरिया , चंदौली, मिजार्पुर और बलिया में मतदान हो रहा है।
जिला पंचायतों के 746 सदस्यों के पदों के लिए 10,627 उम्मीदवार मैदान में हैं।
क्षेत्र पंचायतों के सदस्यों के 18,530 पदों के लिए, 89,188 उम्मीदवार हैं और 14,397 ग्राम पंचायत पदों के लिए 1,177,89 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
1,80,473 ग्राम पंचायत वाडरें के लिए 1,34,510 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
उम्मीदवार राज्य चुनाव आयोग द्वारा दिए गए ‘मुफ्त प्रतीकों’ पर चुनाव लड़ेंगे।
15 अप्रैल को हुए पहले चरण के मतदान में, 71 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।
वहीं 19 अप्रैल को दूसरे चरण में भी 71 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ।
एसईसी के अनुसार, 2015 के पंचायत चुनावों में 72.11 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
कोरोनोवायरस की स्थिति को देखते हुए, एसईसी ने पिछले महीने कहा था कि पंचायत चुनावों के लिए डोर-टू-डोर प्रचार के दौरान पांच से अधिक लोगों को एक उम्मीदवार के साथ जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अतिरिक्त चुनाव आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा ने कहा कि एसईसी द्वारा जारी निदेशरें का पालन किया जा रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेटों के तहत तीन सदस्यीय टीमों का गठन किया गया है।
मतदाताओं को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना होगा और मतदान केंद्रों पर सामाजिक दूरी को बनाए रखना होगा। मतदाताओं को कतार में खड़े होने के बीच छह फीट की दूरी बनाए रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को 25 मई तक पंचायत चुनाव प्रक्रिया समाप्त करने के लिए कहा है।