लखनऊ, 5 मई (युआईटीवी/आईएएनएस)- लखनऊ में अस्पताल की सुविधाओं का संकट बुधवार को एक हद तक कम हो जाएगा जब रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा शहीद पथ पर अवध शिल्पग्राम में स्थापित 500 बेड का अस्थायी कोविड अस्पताल चालू हो जाएगा। लखनऊ के सांसद और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कहने पर डीआरडीओ ने इस सुविधा को स्थापित करने के लिए लगभग एक पखवाड़े बाद काम करना शुरू कर दिया था।
500 बेड के साथ, शहर में अब कोविड रोगियों के लिए 7,000 बेड होंगे, हालांकि उनमें से अधिकांश भर चुके हैं।
डीअरडीओ के निदेशक नरेंद्र कुमार आर्य ने कहा, लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में अस्थायी अस्पताल बुधवार दोपहर से चालू हो जाएगा। अस्पताल में 500 बेड की क्षमता है, जिसमें 150 आईसीयू और 350 सामान्य बेड शामिल हैं । ये अस्पताल ऑक्सीजन की सुविधा से लैस हैं।
उन्होंने कहा कि रोगियों को एकीकृत कोविड कमांड सेंटर के माध्यम से भर्ती किया जाएगा।
लखनऊ के कोविद प्रभारी रोशन ने कहा, हमने डीआरडीओ अस्पताल को आईसीसीसी पोर्टल के लिए एक लॉगिन और एक पासवर्ड दिया है, जहां वे बिस्तर सेवाओं की स्थिति अपलोड करेंगे। लोग बिस्तर की स्थिति देख सकते हैं, लेकिन प्रवेश अनुरोधों को नियंत्रित किया जाएगा।
जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक प्रकाश ने मंगलवार को सुविधा का दौरा किया और कहा कि अस्पताल में असीमित 24 घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति होगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल के लिए एक अलग बिजली फीडर होगा और अस्पताल को विशेष स्वच्छता और स्वच्छता सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
डीआरडीओ ने इस साल अप्रैल में दिल्ली और अहमदाबाद में इसी तरह के अस्पताल स्थापित किए हैं।
डीआरडीओ औपचारिक रूप से संकट की स्थिति को देखते हुए सुविधा का उद्घाटन नहीं करेगा लेकिन सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को इस सुविधा का दौरा करेंगे।
डीआरडीओ के निदेशक ने कहा, अस्पताल में इलाज के लिए मरीजों से शुल्क नहीं लिया जाएगा। परिसर में मरीजों के रिश्तेदारों के ठहरने की व्यवस्था भी की जाएगी और दवा और भोजन मुफ्त होगा।
अस्पताल को डीआरडीओ की विशेषज्ञता और पर्यवेक्षण के साथ स्थापित किया गया है। सुविधा के चिकित्सा पहलू को सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं के डॉक्टरों, नर्सों और सहायक कर्मचारियों द्वारा ध्यान रखा जाएगा।
यह कोविड रोगियों के लिए वायु संचलन के डब्ल्यूएचओ प्रोटोकॉल के अनुसार बेस और सेंट्रल एयर कंडीशनिंग पर ऑक्सीजन प्लांट है।