कोलकाता, 25 अक्टूबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को घोषणा की कि लगभग 20 महीने के अंतराल के बाद 16 नवंबर से राज्य में शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोला जाएगा। उत्तर बंगाल के दौरे पर आईं ममता ने जलपाईगुड़ी जिले में स्थित दूसरे राज्य सचिवालय ‘उत्तरकन्या’ में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान मुख्य सचिव एच.के. द्विवेदी को आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
इसके साथ ही कोरोना महामारी के कारण बंद किए गए शिक्षण संस्थान ऑफलाइन मोड में कक्षाएं फिर से शुरू करेंगे।
मुख्यमंत्री ने हालांकि पहले 15 नवंबर की तारीख की घोषणा की थी, लेकिन इस दिन बिरसा मुंडा के जन्मदिन के कारण इसे एक दिन के लिए टाल दिया गया था। आदिवासी नेता के जन्मदिन पर 15 नवंबर को राज्य में विशेष अवकाश रहता है।
ममता ने बैठक के दौरान कहा, “4 नवंबर को काली पूजा है, उसके बाद भातृ द्वितिया है। दो दिनों के बाद छठ पूजा होती है, जबकि 13 नवंबर को जगधात्री पूजा होती है। 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती है, इसलिए इन त्योहारों के बाद हम स्कूलों को फिर से खोल सकते हैं।”
राज्य के वित्त विभाग ने 5 अक्टूबर को 6,468 सरकारी स्कूलों के नवीनीकरण के लिए शिक्षा विभाग को 109 करोड़ रुपये मंजूर किए थे, जिससे संकेत मिला था कि सरकार दुर्गा पूजा के बाद स्कूलों को फिर से शुरू करना चाहती है।
इससे पहले अगस्त में भी, वैश्विक सलाहकार निकाय प्रमुख के साथ अपनी बैठक के बाद ममता ने कहा था कि उनकी सरकार उन स्कूलों और कॉलेजों को फिर से खोलने पर विचार कर रही है जो कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर के कारण मार्च से ही बंद हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि नवंबर में दुर्गा पूजा की छुट्टी के बाद वैकल्पिक दिनों में पश्चिम बंगाल में शैक्षणिक संस्थान फिर से खुल सकते हैं।
कार्यक्रम के विवरण के बारे में पूछे जाने पर शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “विभाग अभी विवरण जुटा रहा है, तैयारियां चल रही हैं, लेकिन अभी यह तय नहीं किया गया है कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की कक्षाएं कब से शुरू होंगी।”
उन्होंने कहा, “हालांकि, घातक वायरस से बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा सख्त शर्ते लागू किए जाने की संभावना है।”