पटना, 5 नवंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- बिहार के गोपालगंज और पश्चिम चंपारण जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत का सिलसिला जारी है। मरने वालों का आंकडा भी बढ़ता जा रहा है। गोपालगंज में जहां अब तक 11 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है जबकि पश्चिम चंपारण जिले में मरने वाली संख्या 13 तक पहुंच गई है। इस बीच, हालांकि थाना प्रभारी और चौकीदार पर इसकी गाज गिरी है। पुलिस के मुताबिक, पश्चिम चंपारण जिले के नौतन थाना क्षेत्र में दक्षिणी तेलहुआ गांव में बुधवार की रात कुछ लोगों ने शराब पी थी, जिसके बाद सभी लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी।
चंपारण प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) प्रणव कुमार प्रवीण ने शुक्रवार को आईएएनएस केा बताया कि अब तक 13 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई है। उन्होंने कहा कि प्रथम ²ष्टया जहरीली शराब को ही मौत की वजह माना जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अभी भी सात लोग पीडित बताए जा रहे हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
डीआईजी ने बताया कि इस दौरान नौतन के थाना प्रभारी मनीष कुमार को निलंबित कर दिया गया है तथा चौकीदार की भूमिका की जांच की जा रही है।
इधर, गोपालगंज जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
गोपालगंज के मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार की रात जहरीली शराब पीने से अब तक 11 लोगों की मौत हो गई है जबकि अभी भी कई लोग बीमार बताए जा रहे हैं। इधर, इस मामले में मोहम्म्दपुर थाना प्रभारी शशि रंजन कुमार और चौकीदार रंजीत राय को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, गोपालगंज जिले के मोहम्मदपुर थाने के कुशहर गांव में मंगलवार की शाम दो दर्जन से अधिक लोगों ने जहरीली शराब पी थी। देशी शराब पीने के बाद हालत बिगड़ने लगी। बीमार सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया था।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को चार लोगों की मौत हुई थी जबकि गुरुवार को यह आंकडा बढ़कर 10 तक पहुंच गया था।
वैसे अपुष्ट खबरों के मुताबिक गोपालगंज में मरने वालों की संख्या 15 से ज्यादा बताई जा रही है जबकि बेतिया में मरने वालों की संख्या 17 से उपर है।
पिछले सप्ताह मुजफ्फरपुर जिले में जहरीली शराब पीने से आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई थी। बिहार में किसी भी प्रकार की शराब की बिक्री और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध है।