बेंगलुरू, 6 नवंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- कर्नाटक ने अक्टूबर में कोविड टीकाकरण में 40 फीसदी की गिरावट दर्ज की है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारी चिंतित हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सितंबर की तुलना में अक्टूबर में कोविड टीकाकरण की संख्या में 40 प्रतिशत की गिरावट आई है।
विभाग ने इसके लिए 18 वर्ष से अधिक आयु के 4.87 करोड़ लाभार्थियों की पहचान की है। 4 नवंबर तक 4.26 करोड़ लोगों को पहली खुराक मिल चुकी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, चूंकि राज्य में कोविड के मामलों की संख्या कम हो गई है, इसलिए लोग अब टीका लगवाने में रुचि नहीं ले रहे है।
अभी तक करीब 60 लाख लोगों को कोरोनावायरस की वैक्सीन नहीं लगी है। राज्य ने दिसंबर तक 100 प्रतिशत टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है, लेकिन टीकाकरण की संख्या घटने के कारण 100 प्रतिशत का लक्ष्य पूरा होना कठिन है। उन्होंने कहा, “प्रतिबंध हटने के बाद लोग अब इस स्थिति को नहीं समझ रहे हैं और टीकाकरण को महत्व नहीं दे रहे हैं।”
अगस्त में 75 लाख लोगों को पहली खुराक का टीका लगाया गया, जो सितंबर में बढ़कर 78 लाख हो गया।
हालांकि, अक्टूबर में यह संख्या गिरकर 32 लाख हो गई, जो स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चुनौती है क्योंकि अब उनका लक्ष्य दिसंबर तक 100 प्रतिशत टीकाकरण हासिल करना है।
साथ ही जिन लोगों ने पहली खुराक ली है उन्हें दूसरी खुराक नहीं मिल रही है।
इन आंकड़ों से पता चलता है कि कर्नाटक में सितंबर में कुल 70.12 लाख लोगों को दूसरी खुराक मिली है, जो अक्टूबर में काफी कम होकर 57.4 लाख रह गई।
सरकार ने लोगों को कार्यालयों में काम करने के लिए कोविड टीकाकरण की एक खुराक अनिवार्य कर दी है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि अब जिन लोगों को पहली खुराक मिल गई है, वे दूसरी खुराक लेने के इच्छुक नहीं हैं।