कोलकाता, 23 नवंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- तृणमूल कांग्रेस के हावड़ा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नेता वहजुल खान की मंगलवार को गोली लगने से मौत हो गई। खान पर सोमवार रात हावड़ा में उनके घर के पास नजदीक से गोली मारी गई थी। यह घटना दक्षिण 24 परगना के कैनिंग में पार्टी के एक युवा नेता की हत्या के कुछ दिनों बाद सामने आई है।
वहजुल के भाई गुड्डू खान, जिन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में प्रवेश किया था, उन्होंने कहा, “हर रोज वह शाम को अपने नए घर आता था, जो उसके पुराने घर से 3 मिनट की पैदल दूरी पर है। वह इस घर में तीन-चार घंटे रहता था और रात में घर वापस चला जाता था। वह स्थानीय लोगों से बात कर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी लेता था।”
खान ने कहा, “सोमवार को, वह घर वापस जा रहा था, तभी कुछ लोगों ने हथियारों के साथ आकर उसे पास से गोली मार दी। उसे तीन गोलियां लगीं। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन सुबह उसकी मौत हो गई।”
पुलिस ने इस सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है और तीन और की तलाश कर रही है। हावड़ा जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमने सीसीटीवी देखा और उनमें से दो की पहचान हो पाई है। दोनों से पूछताछ करते हुए हमने दो और को गिरफ्तार किया। हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं और उम्मीद है कि हम बाकी दोषियों को गिरफ्तार करने में सक्षम होंगे।”
खान ने कहा, “पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों से हम संतुष्ट हैं। मेरा भाई कभी भी इलाके में सिंडिकेट का कारोबार नहीं चाहता था और इसके लिए उसकी हत्या कर दी गई।”
तृणमूल कांग्रेस ने हालांकि इस हत्या के पीछे भाजपा का हाथ होने की बात कही है। मीडिया से बात करते हुए, पार्टी के हावड़ा जिला अध्यक्ष कल्याण घोष ने कहा, “वह एक व्यवस्थित ढंग से काम करने वाले व्यक्ति थे और यह हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है। निगम चुनाव नजदीक है और हम मानते हैं कि हत्या के पीछे भाजपा है। उनके (खान) अधीन कई वाडरें को नियंत्रित करना उनके (भाजपा) लिए कठिन होता जा रहा था।”
हालांकि बीजेपी ने इस आरोप का खंडन किया है।
इससे पहले दक्षिण 24 परगना के कैनिंग में शनिवार रात तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता की कुछ बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक की पहचान निकारीहाट ग्राम पंचायत के तृणमूल नेता महाराम एसके के रूप में हुई है, जिसे नजदीक से गोली लगने के बाद एसएसकेएम ले जाया गया। रविवार दोपहर एसके की अस्पताल में मौत हो गई थी।