कोची, 4 जनवरी (युआईटीवी/आईएएनएस)| गोल्डन ग्लोब रेस 2022 से पूर्व नाविक अभिलाष टॉमी पैसो की कमी के कारण प्रतियोगिता से बाहर होते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन सेवानिवृत्त नौसेनाकर्मी अभी भी हार मानने को तैयार नहीं हैं। इस साल गोल्डन ग्लोब रेस (जीजीआर) में 35 नाविक 4 सितंबर से 30,000 मील की दूरी तय करेंगे, जो बिना किसी सहायता के भाग लेते दिखाई देंगे।
टॉमी, एक सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी, 2013 में दुनिया के एक एकल, बिना रुके जलयात्रा को पूरा करने वाले पहले भारतीय बन गए थे।
43 वर्षीय ने गोल्डन ग्लोब रेस 2022 में प्रतिस्पर्धा करने के उद्देश्य से पिछले साल जनवरी में भारतीय नौसेना छोड़ दी थी। टॉमी को 82 दिनों के बाद 2018 सीजन को छोड़ना पड़ा था।
दौड़ में तीसरे स्थान पर रहने पर उनकी नाव क्षतिग्रस्त हो गई और रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी।
भले ही उन्हें 2018 के आयोजन को छोड़ना पड़ा, लेकिन उन्होंने 4 सितंबर से शुरू होने वाले 2022 की प्रतियोगिता में अपनी निगाहें बनाए रखी थी।
टॉमी ने कहा, “इस दौड़ में अब तक प्रतिस्पर्धा करने के लिए मुझे 2.50 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे, लेकिन अभी तक इतने पैसे नहीं जुटाए गए हैं। अगर चीजें नहीं सुधरीं, तो एकत्र किया गया पैसा वापस कर दिया जाएगा।”