तेहरान, 1 सितंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)| ईरान के विदेश मंत्री ने 2015 के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए एक समझौते पर पहुंचने के लिए प्रतिबंध हटाने की अमेरिका से मजबूत गारंटी की मांग की है। समाचार एजेंसी आईआरएनए के मुताबिक, अमीर-अब्दुल्लाहियन ने बुधवार को मास्को में अपने रूसी समकक्ष के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, “प्रतिबंधों को हटाने के संबंध में हमें हाल ही में अमेरिकी पक्ष से नवीनतम पाठ प्राप्त हुआ है, और मेरे सहयोगी पाठ की सावधानीपूर्वक समीक्षा कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “हमें अभी भी गारंटी के मुद्दे पर एक मजबूत पाठ की आवश्यकता है।”
मंत्री ने कहा, “यदि अमेरिका वास्तविक रूप से कार्य करता है और मौजूदा पाठ को मजबूत करता है, तो एक समझौता पहुंच के भीतर होगा।”
ईरानी शीर्ष राजनयिक ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी से ‘राजनीतिक व्यवहार’ से परहेज करने की भी मांग की, यह देखते हुए कि ईरान आईएईए द्वारा लगाए गए किसी भी आरोप को स्वीकार नहीं करेगा।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जेसीपीओए की बहाली पर बकाया मुद्दों को हल करने के उद्देश्य से यूरोपीय संघ के हालिया प्रस्ताव के बारे में ईरान और अमेरिका अप्रत्यक्ष रूप से विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं।
ईरान ने जुलाई 2015 में विश्व शक्तियों के साथ जेसीपीओए पर हस्ताक्षर किए थे। वह देश पर प्रतिबंधों को हटाने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम पर अंकुश लगाने के लिए सहमत हुआ था। हालांकि, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाशिंगटन को समझौते से बाहर कर दिया और तेहरान पर एकतरफा प्रतिबंध लगा दिए।
2015 के परमाणु समझौते की बहाली पर बातचीत अप्रैल 2021 में वियना में शुरू हुई थी, लेकिन इस साल मार्च में तेहरान और वाशिंगटन के बीच राजनीतिक मतभेदों के कारण स्थगित कर दी गई थी।