गुवाहाटी, 3 अक्टूबर (युआईटीवी/आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम लिए बिना असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि किसी भी सरकार को दुर्गा पूजा समितियों को कोई चंदा नहीं देना चाहिए क्योंकि यह एक धार्मिक समारोह है। असम में दुर्गा पूजा बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। सरमा शनिवार से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में पूजा पंडालों का दौरा कर रहे हैं। करीमगंज में दुर्गा पूजा समारोह में पत्रकारों से बात करते हुए सरमा ने कहा कि, दुर्गा पूजा के आयोजन पर सरकारी धन खर्च करने से देश में धार्मिक विभाजन होगा।
उन्होंने कहा, अगर हम दुर्गा पूजा में कोई अनुदान देते हैं, तो अन्य समुदायों के अनुयायी अपने धार्मिक कार्यों के दौरान इसकी मांग करेंगे। इसलिए, मेरा मानना है कि इस प्रथा को प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए। इस साल रोंगाली बिहू उत्सव के दौरान आयोजन समितियों को असम सरकार द्वारा 1.5 लाख रुपये का भुगतान करने के बारे में पूछे जाने पर, सरमा ने जवाब दिया, बिहू असम का एक सांस्कृतिक समारोह है और इसका कोई धार्मिक संबंध नहीं है।
विशेष रूप से, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगस्त में आगामी दुर्गा पूजा के लिए राज्य के क्लबों को 258 करोड़ रुपये देने की घोषणा की, जिसकी व्यापक स्तर पर आलोचना हुई है। पिछले चार वर्षों से हर साल सीएम बनर्जी पूजा समितियों को अनुदान दे रही है, जो 2018 में 10,000 रुपये से 28,000 समितियों को दान के साथ शुरू हुआ।