मुंबई, 28 जून (युआईटीवी/आईएएनएस)- अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने अपने कार्गो परिचालन का विस्तार करने और 2025 तक अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाकर 40 फीसदी करने की योजना बनाई है। साल 2020-21 में 24.7 करोड़ टन कार्गो थ्रूपुट के साथ, कंपनी के पास भारत के एक्जिम कार्गो का 25 प्रतिशत बाजार शेयर है।
अदाणी पोर्ट्स के सीईओ करण अदाणी ने अपने संदेश में कहा, “हम अपने देश के कवरेज को 90 प्रतिशत से अधिक बढ़ाने का इरादा रखते हैं, 2020-21 के करीब बाजार हिस्सेदारी को मौजूदा 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 2025 तक कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों अनुमानित 40 प्रतिशत करना है।”
कंपनी ने 2025 तक अपने पोर्ट कार्गो थ्रूपुट को 25 प्रतिशत बढ़ाकर 50 करोड़ टन कर दिया है।
उन्होंने कहा, “एपीएसईजेड में, हम आगे रोमांचक संभावनाएं देखते हैं। हमने 2025 तक अपने पोर्ट कार्गो थ्रूपुट लक्ष्य को 25 प्रतिशत (100 एमएमटी) बढ़ाकर 500 एमएमटी कर दिया है।”
कंपनी का लक्ष्य 2025 तक पहली वैश्विक कार्बन-न्यूट्रल पोर्ट कंपनी के रूप में उभरने का भी है। इसके अलावा, इसका लक्ष्य 2030 तक सिर्फ तीन दशकों में दुनिया की सबसे बड़ी बंदरगाह कंपनी बनने का भी है।
उन्होंने कहा कि कंपनी के परिपक्व बंदरगाह और नए अधिग्रहीत बंदरगाह मुफ्त नकदी उत्पादन को बढ़ाने में जुड़वां विकास इंजन के रूप में बढ़ रहे हैं।
धामरा और कट्टुपल्ली बंदरगाह, जिन्हें 2015 और 2018 में अधिग्रहित किया गया था, निवेश पर सकारात्मक रिटर्न के साथ बदल गए। उन्होंने कहा, “बदलते आर्थिक परिदृश्य को सक्रिय रूप से संबोधित करने के लिए हमारा दृष्टिकोण, कोविड-19 जैसी बाधाओं को दूर करने के लिए लचीलापन, अनिश्चितताओं को भुनाने की तैयारी और ग्राहक केंद्रित एकीकृत लॉजिस्टिक्स समाधान प्रदाता के प्रति जवाबदेही हमें उद्योग में आगे बढ़ाएगी।”