नई दिल्ली,5 फरवरी (युआईटीवी)- अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) को अमेरिकी निवेश और वित्तीय सेवा कंपनी जेफरीज ने बाय’ रेटिंग देते हुए कंपनी के शेयर में 30 प्रतिशत उछाल का अनुमान जताया है,जिससे उसका मूल्य 660 रुपये प्रति शेयर तक पहुँच सकता है। अदाणी पावर,एनटीपीसी के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी थर्मल पावर जनरेशन कंपनी है और यह कंपनी 2030 तक अपनी क्षमता को 1.7 गुना बढ़ाकर 30.7 गीगावाट करने की योजना बना रही है। वर्तमान में कंपनी की उत्पादन क्षमता 17.6 गीगावाट है।
जेफरीज ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि अदाणी पावर की भूमि की आवश्यकताएँ और वित्तपोषण योजनाएँ तैयार हैं। साथ ही,उपकरणों की आपूर्ति और इन-हाउस इंजीनियरिंग,खरीद और निर्माण (ईपीसी) कार्यों के लिए बीएचईएल (भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड) के साथ घनिष्ठ समन्वय किया जा रहा है,जो यह सुनिश्चित करता है कि पूँजीगत व्यय समय पर हो। कंपनी की मर्चेंट एक्सपोजर के साथ थर्मल क्षमता सकारात्मक है और समग्र पीक डेफिसिट परिदृश्य में इसका अच्छा प्रभाव पड़ेगा। जेफरीज ने कहा कि 30 प्रतिशत तक संभावित उछाल के साथ ‘बाय’ रेटिंग दी जा रही है।
अदाणी पावर लिमिटेड के पास आठ राज्यों में 12 बिजली संयंत्र हैं,जिनमें से 87 प्रतिशत क्षमता बिजली खरीद समझौतों (पीपीए) के तहत जुड़ी हुई है। कंपनी की अधिकांश उत्पादन क्षमता (98 प्रतिशत) कोयला खदानों के करीब है,जिससे कोयले की सोर्सिंग किफायती तरीके से हो पाती है। हालाँकि,तटीय संयंत्रों (43 प्रतिशत क्षमता) को आयातित कोयले पर निर्भर रहना पड़ता है,लेकिन इन संयंत्रों के पास ईंधन लागत पास-थ्रू या सूचकांक के माध्यम से कीमत वृद्धि की संभावना है।
जेफरीज के मुताबिक, अदाणी पावर की मर्चेंट कैपेसिटी वित्त वर्ष 2029-30 तक 12-13 प्रतिशत तक पहुँचने का अनुमान है,जिसका ईबीआईटीडीए में 19-20 प्रतिशत तक योगदान होगा। वर्तमान में यह मर्चेंट कैपेसिटी 30 प्रतिशत के करीब है। ब्रोकरेज कंपनी ने यह भी कहा कि मर्चेंट रियलाइजेशन में हर पाँच प्रतिशत की वृद्धि से वित्त वर्ष 2026-27 के ईबीआईटीडीए में दो प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा,जेफरीज ने यह अनुमान भी जताया है कि बिजली की माँग हालिया कमजोरी के मुकाबले सात प्रतिशत के स्तर पर वापस आनी चाहिए,जो वित्त वर्ष 2003-09 के कैपेक्स में पिछली तेजी के चरण के समान होगी। यह स्थिति अदाणी पावर के शेयर के लिए एक महत्वपूर्ण ट्रिगर हो सकती है।
ब्रोकरेज कंपनी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024-27 के दौरान एपीएल के ईबीआईटीडीए में 10 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि (सीएजीआर) हो सकती है और यह वृद्धि वित्त वर्ष 2027-30 के दौरान 19 प्रतिशत तक पहुँचने की संभावना है। जेफरीज ने इस बढ़ोतरी के पीछे कंपनी के नए संयंत्रों की बिजली उत्पादन क्षमता में वृद्धि को प्रमुख कारण बताया है।
वहीं,अदाणी पावर के वित्तीय परिणाम भी सकारात्मक रहे हैं। वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 7.4 प्रतिशत बढ़कर 2,940 करोड़ रुपये पर पहुँच गया,जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 2,738 करोड़ रुपये था। अदाणी पावर ने शेयर बाजार को यह भी बताया कि उसके समग्र आधार पर ईबीआईटीडीए में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह 6,185 करोड़ रुपये तक पहुँच गया,जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह 5,009 करोड़ रुपये था। इस वृद्धि का मुख्य कारण उच्च एकमुश्त आय की प्राप्ति और उत्पादन में वृद्धि रही।
कंपनी का कुल राजस्व भी बढ़ा है, जो वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में 11 प्रतिशत बढ़कर 14,833 करोड़ रुपये हो गया,जबकि पिछले वर्ष यह 13,355 करोड़ रुपये था। इस वृद्धि को मुख्य रूप से उत्पादन में बढ़ोतरी और समग्र संचालन के सुधार के रूप में देखा जा सकता है।
अदाणी पावर की रणनीतियाँ और उसके वित्तीय परिणाम इसे भारतीय बिजली क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बना रहे हैं। कंपनी की आगामी योजनाएँ,जैसे कि उत्पादन क्षमता बढ़ाना और नए संयंत्रों का संचालन शुरू करना,उसे आगे बढ़ने के लिए और भी मजबूत स्थिति में रखेंगे। जेफरीज की सकारात्मक रेटिंग और मर्चेंट कैपेसिटी में संभावित बढ़ोतरी से यह संकेत मिलता है कि अदाणी पावर के शेयरों में आने वाले समय में और भी वृद्धि हो सकती है,जो निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर प्रस्तुत करता है।