जम्मू,29 जून (युआईटीवी)- आज,29 जून से पवित्र अमरनाथ की यात्रा शुरू हो गई है। जम्मू से तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था भारी सुरक्षा के बीच रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से 200 वाहनों के दो सुरक्षा काफिलों में 4,029 यात्रियों का दूसरा जत्था कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ।
अधिकारियों ने कहा कि, सुबह 4 बजे 4,029 यात्रियों में से 1,850 यात्री 104 वाहनों में बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुए,जबकि सुबह 4.30 बजे 2,179 यात्री 96 वाहनों में सवार होकर पहलगाम के नुनवान बेस कैंप के लिए रवाना हुए।
अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों के दोनों काफिलों को सुरक्षा प्रदान की जा रही है।
अमरनाथ यात्रा 52 दिनों तक चलने वाली है,जिसकी शुरुआत आज से हो चुकी है और 19 अगस्त को यह यात्रा समाप्त होगी।
यात्री यह यात्रा दो मार्गों (रूट ) से होकर करते हैं,एक तो 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम रूट से और दूसरा 14 किलोमीटर लंबे बालटाल रूट से यात्री अमरनाथ की यात्रा करते हैं।
जो यात्री पहलगाम मार्ग से यात्रा करते हैं,वे चार दिनों में मंदिर पहुँचते हैं और जो यात्री बालटाल मार्ग से दर्शन करने जाते हैं,वे उसी दिन वापस लौट आते हैं।
यह मंदिर समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और इसमें बर्फ से बना एक शिवलिंग है।
भक्तों का बर्फ से बने इस शिवलिंग के बारे में मानना है कि यह शिवलिंग भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है।
दोनों आधार शिविरों और गुफा मंदिर में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं,ताकि सुचारू तरीके से यात्रा संपन्न हो सके और किसी भी तरह के दुर्घटना से बचा जा सके।
124 से अधिक लंगर की व्यवस्था दोनों मार्गों के साथ-साथ पारगमन शिविरों और गुफा मंदिर में किया गया है।
7,000 से ज्यादा सेवादार (स्वयंसेवक) इस साल की यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सेवा कर रहे हैं।
रेलवे ने यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 3 जुलाई से अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है।
तीर्थयात्रियों के सुविधा के लिए दोनों मार्गों पर हेलीकॉप्टर सेवाएँ भी उपलब्ध की गई हैं।