अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (तस्वीर क्रेडिट@pkray11)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस में की बैठक,गाजा बंधकों और टैरिफ पर की चर्चा

वाशिंगटन,8 अप्रैल (युआईटीवी)- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में व्हाइट हाउस में मुलाकात की। इस बैठक के दौरान,दोनों नेताओं ने विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की,जिनमें गाजा बंधक संकट और इजरायली वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ प्रमुख थे। यह मुलाकात इसलिए भी विशेष थी क्योंकि दोनों देशों के बीच गहरे सुरक्षा और व्यापारिक संबंध हैं और ऐसे में यह बैठक इन संबंधों को और मजबूती देने के लिए एक अहम अवसर बन गई।

बैठक में गाजा में फँसे हुए बंधकों की रिहाई को सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में रखा गया। ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान इस मुद्दे को प्राथमिकता देते हुए कहा, “हम प्रगति कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि हम जल्द-ही सभी बंधकों को घर वापस लाएँगे।” राष्ट्रपति ट्रंप की यह टिप्पणी गाजा क्षेत्र में चल रही वार्ताओं को लेकर आशावादी दृष्टिकोण को दर्शाती है,हालाँकि,उन्होंने इस मुद्दे के बारे में कोई विशिष्ट विवरण नहीं दिया।

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भी इस पर अपनी सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि इजरायल बंधकों की आजादी सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। यह बयान इजरायल की ओर से गाजा संकट को हल करने की कोशिशों का प्रतिबिंब था,जो लगातार संघर्षों और हिंसा के कारण जटिल हो गया है। दोनों नेताओं ने इस मुद्दे पर सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया और एक-दूसरे के प्रयासों की सराहना की।

इसके अतिरिक्त,नेतन्याहू और ट्रंप ने इजरायल और हमास के बीच अस्थिर युद्धविराम पर भी बात की। हालाँकि,इस बातचीत में किसी नए समझौते की घोषणा नहीं की गई,लेकिन दोनों नेताओं ने क्षेत्र में हिंसा को कम करने के महत्व पर जोर दिया। यह स्पष्ट था कि दोनों नेता गाजा क्षेत्र में हिंसा को नियंत्रित करने और शांति की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं,लेकिन इस संबंध में कोई ठोस समाधान अभी सामने नहीं आया।

बैठक का एक और महत्वपूर्ण विषय इजरायल से अमेरिकी आयात पर लगाए गए 17 प्रतिशत टैरिफ था। ट्रंप ने इस टैरिफ को अपनी व्यापक व्यापार नीति का हिस्सा बताया और इसकी बचाव किया। उन्होंने कहा कि यह कदम विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं पर प्रभाव डाल रहा है और इसका उद्देश्य अमेरिकी व्यापार को मजबूत करना है।

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इन शुल्कों से राहत की माँग की और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत करने के इजरायल के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल हमेशा अमेरिका के साथ अपने संबंधों को प्राथमिकता देता है और यह शुल्क दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों में बाधा डाल सकते हैं।

2024 में, अमेरिका और इजरायल के बीच कुल वस्तु व्यापार 37.0 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है। इसमें अमेरिकी निर्यात का हिस्सा 14.8 बिलियन डॉलर और इजरायल से आयात का हिस्सा 22.2 बिलियन डॉलर होने की संभावना है,जिससे अमेरिका का व्यापार घाटा 7.4 बिलियन डॉलर होने की संभावना है। इन आँकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका और इजरायल के बीच व्यापारिक संबंध गहरे और महत्वपूर्ण हैं और इन संबंधों को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना होगा।

इजरायली अधिकारियों के मुताबिक,पिछले गुरुवार को दोनों देशों के नेताओं के मध्य फोन पर हुई बातचीत के दौरान नेतन्याहू की व्हाइट हाउस यात्रा की व्यवस्था की गई थी,जब नेतन्याहू ने टैरिफ का मुद्दा उठाया था। यह यात्रा अमेरिकी-इजरायल संबंधों को मजबूती देने का एक महत्वपूर्ण कदम था और इससे यह संकेत मिला कि दोनों देशों के बीच सहयोग और बातचीत का स्तर उच्च है।

व्हाइट हाउस ने शुरुआत में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की योजना बनाई थी,लेकिन इसे बिना किसी स्पष्ट कारण के रद्द कर दिया गया। इसके बजाय, पत्रकारों ने ओवल ऑफिस मीटिंग में सवाल पूछे,जो एक सामान्य प्रथा है जब संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की योजना को रद्द किया जाता है। हालाँकि,इस बदलाव ने बैठक के आयोजन की पारदर्शिता पर सवाल उठाए, लेकिन दोनों नेताओं ने इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की।

इस बैठक के दौरान ट्रंप ने गाजा क्षेत्र के पुनर्विकास के लिए किसी दीर्घकालिक योजना पर चर्चा नहीं की। पहले उनके प्रशासन ने गाजा क्षेत्र के पुनर्निर्माण के लिए कुछ विवादास्पद विचारों को प्रस्तावित किया था,जिनकी आलोचना विभिन्न समूहों ने की थी। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इस मुद्दे पर क्या निर्णय लिया जाता है और क्या कोई ठोस योजना सामने आती है।

इस बैठक ने अमेरिका और इजरायल के बीच जटिल संबंधों को उजागर किया, जिसमें सुरक्षा चिंताओं,व्यापारिक हितों और क्षेत्रीय विवादों के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। दोनों नेताओं ने इन मुद्दों पर मिलकर काम करने का संकल्प लिया और यह बैठक यह दर्शाती है कि अमेरिका और इजरायल के संबंध वैश्विक राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

व्हाइट हाउस में ट्रंप और नेतन्याहू की बैठक ने न केवल गाजा संकट और इजरायली टैरिफ मुद्दों पर चर्चा की,बल्कि यह दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इन मुद्दों पर आगे की बातचीत और सहयोग से यह उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के बीच सहयोग और शांति की दिशा में प्रगति होगी।