मुंबई,9 दिसंबर (युआईटीवी)- भारतीय सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन ने हाल ही में एक बयान में कहा कि “इस दुनिया में मूर्खों की कमी नहीं है,”जो सोशल मीडिया और उनके प्रशंसकों के बीच एक चर्चा का विषय बन गया है। यह बयान तब आया जब अमिताभ बच्चन ने किसी बात को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी,जो कि उनकी सक्रियता और वक्तव्य पर आधारित थी।
अमिताभ बच्चन, जिनकी शख्सियत को दुनिया भर में सराहा जाता है, ने इस बयान में स्पष्ट किया कि हर किसी को अपनी राय और विचार रखने का अधिकार है, लेकिन कभी-कभी कुछ लोग बिना समझे-बूझे चीजों पर प्रतिक्रिया करते हैं,जो किसी को भी नुकसान पहुँचा सकती है। उनका यह बयान उस समय आया,जब उन्होंने देखा कि कई बार लोग सोशल मीडिया पर ऐसे विवादास्पद और अव्यवहारिक विचार व्यक्त करते हैं,जो न केवल उनके व्यक्तिगत दृष्टिकोण को नुकसान पहुँचाते हैं,बल्कि समाज को भी गलत दिशा में प्रभावित करते हैं।
अमिताभ का यह बयान उन समयों में विशेष रूप से प्रासंगिक है,जब सोशल मीडिया ने लोगों को अपनी राय जल्दी और बिना किसी सोच-समझ के साझा करने का एक मंच प्रदान किया है। आजकल हम देख सकते हैं कि सोशल मीडिया पर काफी हद तक फर्जी खबरें,गलत जानकारी और नकारात्मक टिप्पणी फैल रही हैं,जिनका उद्देश्य केवल दूसरे व्यक्ति या समूह को नीचा दिखाना होता है। ऐसे मामलों में यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम अपनी सोच और समझ को सही दिशा में रखें, और किसी को अपमानित करने या समाज में नफरत फैलाने जैसी बातों से बचना चाहिए।
अमिताभ बच्चन का यह बयान उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी के रूप में था,जो बिना किसी ठोस जानकारी के किसी मुद्दे पर टिप्पणी करने की आदत रखते हैं। उनका मानना है कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हमें पहले किसी भी विचार या राय को सही तरीके से समझना चाहिए,उसके बाद उस पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
यह भी देखा गया है कि अमिताभ बच्चन ने हमेशा ही सोशल मीडिया पर अपनी जिम्मेदारी का अहसास करते हुए सकारात्मक और प्रेरणादायक सामग्री साझा की है। वे न केवल अपनी फिल्मों या करियर के बारे में बात करते हैं,बल्कि वे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी समझते हैं और उस पर विचार करते हैं। उनका मानना है कि समाज में नफरत और नकारात्मकता फैलाने के बजाय हमें दूसरों के प्रति सम्मान और समझ के साथ पेश आना चाहिए।
बच्चन के इस बयान को कई लोग सकारात्मक रूप में देखते हैं,क्योंकि यह एक तरह से समाज में बढ़ती अव्यवस्था और अशांति के खिलाफ एक मजबूत संदेश है। साथ ही, यह भी दर्शाता है कि एक व्यक्ति चाहे वह कितना भी प्रसिद्ध हो,उसे भी समाज की समस्याओं पर प्रतिक्रिया देने का अधिकार है,लेकिन उस प्रतिक्रिया का स्वरूप जिम्मेदार और सकारात्मक होना चाहिए।
अमिताभ बच्चन का यह बयान उन समयों में और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है,जब हम देखते हैं कि कई बार सार्वजनिक मंचों पर विवादित बयान और अपमानजनक टिप्पणियाँ दी जाती हैं,जिससे समाज में नफरत और असहमति बढ़ती है। उनके इस बयान से यह संदेश मिलता है कि हमें उन विचारों से दूर रहना चाहिए, जो केवल दूसरों को नीचा दिखाने या गलत दिशा में भटकाने के लिए होते हैं।
इसके अलावा,अमिताभ बच्चन ने हमेशा यह भी कहा है कि उनकी पहचान उनके काम के माध्यम से बनती है और वह कभी भी किसी विवाद या अफवाहों में घिरने की बजाय अपने काम पर ही ध्यान केंद्रित करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हर किसी को अपनी निजी जिंदगी में संतुलन बनाए रखना चाहिए और समाज की भलाई के लिए काम करना चाहिए।
अमिताभ बच्चन का यह बयान यह भी दर्शाता है कि हम सबको अपनी सोच और दृष्टिकोण को समझदारी से प्रस्तुत करना चाहिए। यह सिर्फ एक फिल्मी हस्ती का बयान नहीं है,बल्कि यह समाज के हर सदस्य के लिए एक संदेश है कि हम अपने विचारों और कार्यों से समाज को बेहतर दिशा दे सकते हैं।
इस प्रकार,अमिताभ बच्चन का यह बयान समाज को जागरूक करने और हमें जिम्मेदारी से सोचने की प्रेरणा देने के लिए था,ताकि हम अपनी सोच और कार्यों से समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।