अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन

एंटनी ब्लिंकन के दौरे से पहले अमेरिका पर चीन ने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का लगाया आरोप

बीजिंग,26 अप्रैल (युआईटीवी)- अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की चीन यात्रा से पहले ही वाशिंगटन पर बीजिंग ने उसके आंतरिक मामलों में दखल देने आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिका बारम्बार उसके आंतरिक मामलों में दखल देता है और उसके हितों को नुकसान पहुँचा कर प्रभावित करता है।

मंत्रालय के एक अनाम प्रतिनिधि के हवाले से सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कहा,अमेरिका द्वारा चीन को नियंत्रित करने की रणनीति अपनाई जा रही है और इस रणनीति को आगे बढ़ाया जा रहा है। चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने वाले गलत शब्दों और कार्यों को अमेरिका द्वारा अपनाया जा रहा है। जिससे चीन की छवि धूमिल हो रही है और चीन के हितों को कमजोर किया जा रहा है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि इस प्रकार के उठाए गए कदमों का चीन दृढ़ता से विरोध करता है और उसने मजबूत जवाबी कदम उठाए हैं।

शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक,यह सच है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी सरकार के प्रमुख शी जिनपिंग के मध्य अप्रैल में आखिरी बार टेलीफोन पर बातचीत हुई,जिसके बाद दोनों देशों के मध्य के संबंध स्थिर हो गए हैं। हालाँकि,अभी भी द्विपक्षीय संबंधों में महत्वपूर्ण नकारात्मक कारक मौजूद हैं।

सबसे हालिया उदाहरण के रूप में मंत्रालय ने एंटनी ब्लिंकन के आरोपों का हवाला दिया कि चीन वैश्विक बाजारों को नवीकरणीय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक कारों जैसे क्षेत्रों में अत्यधिक उत्पादन के द्वारा भर रहा है।

एजेंसी के मुताबिक,मंत्रालय ने कहा कि यह जो बताया जा रहा है,वह सब “तथाकथित ‘अतिक्षमता’ भ्रामक कहानी है। असली मकसद तो बाजार प्रतिस्पर्धा में अमेरिका को लाभान्वित करना और चीन के औद्योगिक विकास को नियंत्रित करना है। यह एक और उदाहरण पेश कर रहा है,जो पूरी तरह से आर्थिक दबाव बनाने का प्रयास है।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की योजना शंघाई और बीजिंग की तीन दिवसीय यात्रा पर जाने की है। वाशिंगटन से प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक,बातचीत के दौरान निर्णय लिया गया कि संघर्षों के जोखिम तथा संचार में सुधार और गलत फैसलों को कम करने पर ध्यान केंद्रित किए जाने का प्रयास किया जाएगा।

अमेरिका के लिए चिंता का कारण रहे मुद्दों पर एंटनी ब्लिंकन अपनी बात स्पष्ट और संक्षिप्त रूप से रखने की योजना बना रहे हैं। जिसमें चीन की मानवाधिकार स्थिति,अनुचित आर्थिक और व्यापार प्रथाएँ या चीन का रूस के रक्षा उद्योग के लिए समर्थन इत्यादि शामिल है। मध्य पूर्व की तनावपूर्ण स्थिति पर भी दोनों देशों के मध्य बातचीत होने की संभावना जताई जा रही है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी सरकार के प्रमुख शी जिनपिंग कैलिफोर्निया में पिछले साल नवंबर में एक साल बाद बिना सीधे संपर्क के मिले थे। इसके पश्चात दोनों सरकारों के सदस्यों के मध्य उच्चतम स्तर पर चर्चा भी हुई।

अमेरिकी कंपनियों और चीनी सरकार के प्रतिनिधियों से मिलने के लिए अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने इस महीने की शुरुआत में चीन की यात्रा की थी।

मंत्रालय के हवाले से शिन्हुआ ने कहा कि आज की स्थिति तनावपूर्ण होने के बावजूद भी एक साल पहले की तुलना में बिल्कुल अलग है,जब द्विपक्षीय संबंध ऐतिहासिक निचले स्तर पर थे।

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