न्यूयॉर्क, 17 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)- अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने कहा है कि उसने 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों को दूसरे बूस्टर डोज के रूप में देने के लिये यूएस एफडीए के समक्ष आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने का आवेदन किया है।
कंपनी ने बताया कि यह बूस्टर डोज किसी अन्य कंपनी के बूस्टर डोज को लेने के बाद दूसरे बूस्टर डोज के रूप में लिया जा सकता है और इसी बाबत उसने एफडीए में आवेदन किया है।
कंपनी ने यह आवेदन इजरायल में किये गये परीक्षण के आधार पर किया है। परीक्षण से यह परिणाम सामने आया कि दूसरा बूस्टर डोज लेने से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता और अधिक बढ़ती है और संक्रमण की दर कम होने के साथ ही संक्रमण होने पर स्थिति गंभीर नहीं होती है।
फाइजर बायोटेक की कोरोना वैक्सीन को बूस्टर डोज के रूप में दिये जाने की अनुमति प्राप्त है।
फाइजर बायोटेक ने कहा कि उनकी वैक्सीन का तीन डोज लेने के कम से कम चार माह बाद एक और डोज लेने से एंटीबॉडीज का स्तर दोबारा सही हो जाता है और इससे 60 साल और उससे अधिक आयु के लोगों में संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अल्बर्ट बुर्ला ने कुछ दिनों पहले कहा था कि पहले बूस्टर डोज से अस्पताल में भर्ती होने और संक्रमण के कारण मौत होने की संभावना कम हो जाती है लेकिन इससे संक्रमण की आशंका कम नहीं होती है। चौथा डोज यानी दूसरा बूस्टर डोज अधिक सुरक्षा देता है।