मेलबर्न,17 जनवरी (युआईटीवी)- ऑस्ट्रेलिया ओपन 2025 में विश्व की नंबर एक और दो बार की गत विजेता आर्यना सबालेंका ने रॉड लेवर एरिना में डेनमार्क की 42वीं रैंकिंग वाली क्लारा टॉसन के खिलाफ खेले गए तीसरे दौर के मैच में जीत हासिल कर अंतिम 16 में अपनी जगह पक्की की। इस मुकाबले में आर्यना सबालेंका ने क्लारा टॉसन को 7-6 (5), 6-4 से हराया। यह जीत उन्हें ऑस्ट्रेलियाई ओपन के चौथे दौर में पहुँचाने के साथ-साथ एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि दिलाई।
पहले सेट में सबालेंका 5-3 से पिछड़ी हुई थीं,लेकिन उन्होंने शानदार वापसी की और टॉसन के खिलाफ अपनी रणनीति को बदलते हुए मैच को अपने पक्ष में कर लिया। 2 घंटे और 6 मिनट तक चले इस मैच में बेलारूसी खिलाड़ी ने क्लारा टॉसन को हराया और सिमोना हालेप के बाद से लगातार पाँच वर्षों तक ऑस्ट्रेलियाई ओपन के राउंड ऑफ़ 16 में जगह बनाने वाली पहली महिला बन गईं। इससे पहले,सिमोना हालेप 2018 से 2022 तक पाँच वर्षों तक इस मुकाम तक पहुँचने वाली पहली महिला खिलाड़ी थीं।
इस जीत के साथ सबालेंका ने एक और महत्वपूर्ण रिकॉर्ड दर्ज किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई ओपन में अपनी 17वीं लगातार जीत दर्ज की,जो इस टूर्नामेंट में विक्टोरिया अजारेंका के बाद किसी भी महिला द्वारा सबसे अधिक है। अजारेंका ने 2012 और 2014 के बीच मेलबर्न में लगातार 18 मैच जीते थे,जो अभी तक का रिकॉर्ड है।
मैच के पहले सेट में टॉसन ने शानदार शुरुआत की और 5-3 की बढ़त बना ली। वह पहले सेट के लिए सर्विस कर रही थीं,लेकिन सबालेंका ने बेहतरीन वापसी की और टॉसन की सर्विस पर 6-5 की बढ़त बनाई। इस स्थिति में,उन्होंने चार सेट पॉइंट अर्जित किए। टाईब्रेक में,टॉसन ने पहले 4-1 से पिछड़ने के बाद 5-4 की बढ़त बनाई, लेकिन सबालेंका ने एक शानदार बैकहैंड रिटर्न विनर के साथ मैच की स्थिति को पलट दिया और फिर 6-5 पर अपना पाँचवां सेट पॉइंट हासिल किया। इसके बाद, विश्व की नंबर 1 खिलाड़ी ने अंतिम फोरहैंड विनर के साथ 63 मिनट में इस कठिन सेट को समाप्त कर दिया।
सबालेंका ने दूसरे सेट में पूरी तरह से नियंत्रण संभाल लिया। उन्होंने 13 मिनट लंबा सर्विस गेम खेलते हुए 5-4 की बढ़त बनाई। मैच के निर्णायक क्षणों में, उन्हें दो ब्रेक पॉइंट का सामना करना पड़ा,लेकिन उन्होंने दोनों को बचा लिया। इसके बाद,उन्होंने एक शानदार बैकहैंड विनर के साथ मैच को अपने नाम कर लिया।
इस जीत के बाद,आर्यना सबालेंका ने अपने प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि वह केवल टॉप रैंकिंग की हकदार नहीं हैं,बल्कि इस टूर्नामेंट में अपनी जगह बनाए रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हालाँकि, ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बाद भी सबालेंका अपनी विश्व नंबर 1 रैंकिंग बरकरार रख सकती हैं,लेकिन इसके लिए उन्हें सेमीफाइनल तक पहुँचना होगा। अगर वह या इगा स्वीयाटेक मेलबर्न से बाहर आती हैं, तो इनमें से कोई एक खिलाड़ी नंबर 1 रैंकिंग के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी।
इस जीत के साथ सबालेंका ने न केवल अपनी स्थिरता और मानसिक मजबूती को साबित किया है,बल्कि यह भी दिखाया है कि वह किसी भी दबाव में खेल को अपनी ओर पलटने में सक्षम हैं। उनके सामने अब अगला लक्ष्य इस टूर्नामेंट में और बेहतर प्रदर्शन करना है और अपनी रैंकिंग को बरकरार रखते हुए एक और ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने का अवसर प्राप्त करना है।