रांची, 23 सितम्बर (युआईटीवी/आईएएनएस)- सीबीआई ने गुरुवार को झारखंड हाईकोर्ट को सूचित किया कि जुलाई में एक ऑटो रिक्शा ने धनबाद के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) उत्तम आनंद को जानबूझ कर टक्कर मारी थी, जिससे उनकी मौत हो गई। एजेंसी ने कहा, सीबीआई हर एंगल से मौत की जांच कर रही है। मामले की जांच जारी है। जांच में कोई एंगल नहीं बचेगा।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा, अब तक गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों में से एक पेशेवर मोबाइल चोर है। वह नई कहानियां बनाकर सीबीआई जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
सीबीआई ने गुरुवार को झारखंड हाईकोर्ट के समक्ष कहा, 20 सीबीआई अधिकारियों की एक टीम मामले की जांच कर रही है। अब यह स्पष्ट है कि जिला अदालत के मौजूदा न्यायाधीश को जानबूझकर ऑटो रिक्शा से टक्कर मारी गई थी, जब वह सुबह की सैर के लिए निकले थे। हम मामले के साजिशकतार्ओं का पता लगाएंगे।
झारखंड हाईकोर्ट ने 16 सितंबर को मामले की सुनवाई करते हुए सीबीआई जांच पर नाराजगी जताई थी। हाईकोर्ट ने सीबीआई के जोनल डायरेक्टर को गुरुवार को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया था।
सीबीआई हर हफ्ते अपनी प्रगति रिपोर्ट अदालत को सौंपती रही है।
ऑटो रिक्शा की चपेट में आने से एडीजे की मौत हो गई थी और 28 जुलाई को हुई यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। पुलिस ने दो लोगों लखन वर्मा और राहुल वर्मा को गिरफ्तार किया है।
झारखंड उच्च न्यायालय ने मामले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी पर भरोसा नहीं किया और मामले को सीबीआई को सौंप दिया। सुप्रीम कोर्ट ने दिनदहाड़े हुई इस घटना पर जिसमें एक न्यायाधीश को निशाना बनाया गया, आश्चर्य जताया और जांच को लेकर अपनी नाराजगी भी व्यक्त की थी।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में अब तक 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की जा चुकी है।