नई दिल्ली,10 दिसंबर (युआईटीवी)- पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने मोहम्मद सिराज को मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) 2024-25 का “खलनायक” करार देकर चर्चा छेड़ दी है। क्लार्क की टिप्पणियाँ सिराज की आक्रामक गेंदबाजी और उग्र रवैये से उपजी हैं,जिसने उन्हें श्रृंखला में एक असाधारण व्यक्ति बना दिया है। क्लार्क ने इस बात पर प्रकाश डाला कि हर श्रृंखला को ऐसे गतिशील व्यक्तित्व से लाभ मिलता है,जो चुनौती देता है और अक्सर विपक्ष को निराश करता है।
सिराज के आक्रामक स्पैल ने,विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम के खिलाफ, उनके दृष्टिकोण पर बहस छेड़ दी है,लेकिन वे प्रभावी भी साबित हुए हैं। क्लार्क ने सुझाव दिया कि सिराज की भूमिका प्रतिद्वंद्विता में साज़िश जोड़ती है। उनकी तुलना पिछले खिलाड़ियों से की जाती है,जो विघटनकारी की भूमिका में संपन्न हुए,प्रशंसकों और खिलाड़ियों को समान रूप से प्रेरित किया।
बीजीटी 2024-25 में पहले से ही उच्च नाटक देखा गया है,जिसमें सिराज के टकराव ने उनके प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ ध्यान आकर्षित किया है। रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारत के टीम प्रबंधन ने उच्च दबाव वाले मुकाबले के बीच उनके योगदान को महत्व देते हुए तेज गेंदबाज का समर्थन करना जारी रखा है। क्लार्क का बयान क्रिकेट के मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर जोर देता है, जहाँ सिराज जैसी भूमिकाएँ श्रृंखला की गति को बदल सकती हैं।
यह क्रिकेट के दिग्गजों भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले से ही तीव्र लड़ाई के लिए एक सम्मोहक कथा जोड़ता है, जहाँ दांव पर न केवल गौरव,बल्कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप स्टैंडिंग में एक महत्वपूर्ण स्थिति भी शामिल है।