भारतपे के पूर्व प्रबंध निदेशक अशनीर ग्रोवर

भारतपे और अशनीर ग्रोवर के बीच 88 करोड़ रुपये के फंड के हेराफेरी विवाद मामले में समझौता हुआ

नई दिल्ली,30 सितंबर (युआईटीवी)- फिनटेक कंपनी भारतपे तथा कंपनी के पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर के मध्य के विवाद लंबी कानूनी लड़ाई के बाद खत्म हो गया है। दोनों के मध्य के सारे रिश्ते भी इस विवाद के खत्म होने के साथ ही खत्म हो गए हैं। दोनों पार्टियों ने 88.67 करोड़ रुपये के फंड की हेराफेरी विवाद के मामले में दोनों के बीच के सारे कानूनी और सार्वजनिक विवाद को आपसी सहमति से ख़त्म करने का समझौता किया। सोमवार को कंपनी की ओर से बयान जारी कर यह जानकारी दी।

अब भारतपे के साथ अशनीर ग्रोवर किसी भी तरह से नहीं जुड़े रह पाएँगे। कंपनी में न तो उनकी कोई शेयर होल्डिंग होगी और न ही कंपनी में कोई दखल। बता दें कि अशनीर ग्रोवर तथा उनके परिवार पर फिनटेक कंपनी भारतपे ने 88.67 करोड़ रुपये के गबन करने का आरोप लगाया था।

कंपनी ने आईएएनएस को दिए बयान में कहा कि जो समझौता हुआ है,उसके अनुसार ग्रोवर अब कंपनी से किसी भी तरह से जुड़े नहीं है और उनके पास कंपनी की कोई शेयरहोल्डिंग भी नहीं होगी।

कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी के लाभ के लिए ग्रोवर के कुछ शेयर को रेजिलिएंट ग्रोथ ट्रस्ट को हस्तांतरित किए जाएँगे और उनके पारिवारिक ट्रस्ट के द्वारा उनके शेष शेयरों का प्रबंधन किया जाएगा।

भारतपे ने आगे कहा कि दायर मामलों को दोनों पक्षों ने आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।

आगे कहा गया कि,हम ग्रोवर के अच्छे होने की कामना करते हैं। भारतपे मुनाफे और वृद्धि (ग्रोथ) को जारी रखते हुए मर्चेंट्स तथा ग्राहकों को इंडस्ट्री के अग्रणी सॉल्यूशंस पेश करता रहेगा।

अशनीर ग्रोवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि, भारतपे के साथ वह एक समझौते पर पहुँच गए हैं। भारतपे के बोर्ड और मैनेजमेंट पर मुझे पूरा भरोसा है। वे कंपनी को सही दिशा में आगे ले जाने के लिए काम कर रहे हैं।

अशनीर ग्रोवर ने आगे लिखा कि, भारतपे के साथ मैं अब किसी भी तरह से जुड़ा नहीं रहूँगा,जिसमें शेयरहोल्डिंग भी शामिल है। मेरे बाकी के शेयरों का प्रबंधन फैमिली ट्रस्ट के द्वारा किया जाएगा। इस मामले के केस को दोनों पार्टियों ने आपसी सहमति से आगे नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है। मुझे विश्वास है कि भारतपे के सभी पक्षों को इसका फायदा मिलेगा।

अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर को भारतपे से 88.67 करोड़ रुपये फंड की हेराफेरी करने के मामले में बाहर निकाल दिया गया था। इसके बाद पैसों की वापसी के लिए कंपनी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

पिछले हफ्ते इस मामले में दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (ईओडब्ल्यू) की ओर से ग्रोवर के परिवार से जुड़े हुए दीपक गुप्ता को गिरफ्तार किया था। इससे पहले ईओडब्ल्यू की ओर से एक अन्य आरोपी अमित बंसल को भी गिरफ्तार किया गया था।