पटना, 17 अक्टूबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब सभी पार्टियां अपना पूरा जोर लगा रही हैं। इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेतृत्व वाले महागठबंधन ने बिहार में सरकार को बदलने का संकल्प लेते हुए शनिवार को अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है। ‘प्रण हमारा, संकल्प बदलाव का’ नाम वाले इस संकल्प पत्र को जारी करते हुए राजद से तेजस्वी यादव ने एक बार फिर सत्ता में आने के बाद 10 लाख लोगों को रोजगार देने का संकल्प दोहराया। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला सहित महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद रहे।
संकल्प पत्र जारी करते हुए राजद के नेता तेजस्वी ने कहा कि सत्ता में आने के बाद नौकरी के लिए भरे जाने वाले आवेदनों में फीस माफ किया जाएगा तथा परीक्षा केंद्र जाने के लिए किराया भी माफ किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अगर उनके महागठबंधन को सत्ता में आने का मौका देती है तब नियोजित शिक्षकों की वर्षों पुरानी मांग ‘समान काम, समान वेतन’ को पूरा किया जाएगा। महागठबंधन के संकल्प पत्र में सत्ता में आने के बाद कृषि ऋण माफ करने का संकल्प लिया गया है जबकि राज्य में कपर्ूी श्रम आपदा केंद्र खोलने का वादा किया गया है।
तेजस्वी ने इस मौके पर एकबार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि अभी केंद्र और राज्य में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सका। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप आएंगें।
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में होने वाले चुनाव के लिए मतदान 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर होगा जबकि मतगणना 10 नवंबर होगी।
उल्लेखनीय है कि राजद इस चुनाव में कांग्रेस और वामपंथी दलों के साथ चुनावी मैदान में उतरी है।