नई दिल्ली, 26 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)- केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के नेतृत्व में फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद नमूने लेने के लिए पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट पहुंच गई है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और इस सिलसिले में 10 लोगों को गिरफ्तार करने का भी दावा किया है।
बीजेपी और अन्य ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर आरोपियों को पनाह देने का आरोप लगाया है।
भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर घटना को छिपाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने सभी आरोपों से इनकार किया है।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के शुक्रवार के आदेश के बाद, पार्टी ने कहा कि वह निष्पक्ष जांच करने में एजेंसी का समर्थन करेगी।
हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है।
जांच अपने हाथ में लेने के बाद सीबीआई की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। अपराध स्थल की जांच पूरी होने के बाद वे मीडिया से बात करेंगे।
तृणमूल कांग्रेस के नेता और रामपुरहाट गांव के स्थानीय उपाध्यक्ष भादु शेख की एक घटना में मौत हो गई थी, जिससे हिंसा भड़क गई थी।
उनके समर्थक इकट्ठा हो गए और आठ घरों में आग लगा दी।
बच्चे, महिलाएं खुद को बचाने के लिए घर में छिप गए थे, लेकिन हमलावरों ने पूरे घर में आग लगा दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
कई घरों में तोड़फोड़ भी की गई थी।