केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

1991 में पेश किया गया बजट मील का पत्थर था,भारतीय अर्थव्यवस्था को डॉ. मनमोहन सिंह ने उदार बनाया : वित्त मंत्री सीतारमण

नई दिल्ली,27 दिसंबर (युआईटीवी)- 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा पेश किए गए बजट को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मील का पत्थर साबित होना बताते हुए कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था को उदार बनाया है।

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर देश के शीर्ष राजनीतिक नेताओं और उद्योगपतियों ने शोक व्यक्त किया है और उनके नेतृत्व, विनम्रता और समर्पण की सराहना की है। डॉ. सिंह को उनकी दूरदर्शिता,उनके द्वारा किए गए ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों और वैश्विक मंच पर भारत को सशक्त बनाने के लिए याद किया जाएगा।

डॉ. मनमोहन सिंह को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक दूरदर्शी नेता बताया,जिन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर और वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में देश के बड़े कार्यभार संभाले। वित्त मंत्री सीतारमण ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि 1991 में उनका पेश किया गया बजट एक मील का पत्थर साबित हुआ था,जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को उदार और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया। उन्होंने डॉ. सिंह को सम्मानित,मृदुभाषी और सौम्य बताया और उनके परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह के योगदान से भारत के आर्थिक सुधारों ने राष्ट्र के विकास के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त किया। सोशल मीडिया पर पीयूष गोयल ने लिखा कि डॉ. सिंह एक राजनीतिक दिग्गज थे, जिनकी बुद्धिमत्ता,विनम्रता और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें पूरे राजनीतिक स्पेक्ट्रम में सम्मान व प्रशंसा दिलाई।

डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व,विनम्रता और समर्पण को हमेशा याद किया जाएगा। उनका योगदान न केवल भारतीय राजनीति में,बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण था।

उद्योगपति हर्ष गोयनका ने भी डॉ. सिंह के प्रति शोक-संवेदनाओं का इज़हार किया। उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह एक सच्चे राजनेता थे,जिनका शांत और शालीन व्यवहार उनके परिवर्तनकारी प्रभाव को दर्शाता था। गोयनका ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि डॉ. सिंह ने आर्थिक सुधारों के वास्तुकार के रूप में भारत को बुद्धि, शालीनता और ईमानदारी के साथ आकार दिया। वह एक ऐसे नेता थे,जिनके कामों ने उनके शब्दों से अधिक प्रभाव डाला।

डॉ. सिंह के निधन पर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि,अलविदा डॉ. मनमोहन सिंह। आपने इस देश को प्यार किया और इसके लिए आपने जो सेवा की है,उसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। महिंद्रा ने डॉ. सिंह को विनम्रता और बुद्धि का प्रतीक बताया और कहा कि उनके नेतृत्व में भारत ने लगातार आर्थिक विकास देखा,गरीबी कम की और देश को वैश्विक मंच पर सम्मान दिलाया।

डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार में उनकी पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियाँ उपिंदर सिंह,दमन सिंह और अमृत सिंह हैं।

उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और उनकी विचारधारा और नीतियों ने भारत को एक नई दिशा दी। उनके निधन से देश को गहरी क्षति हुई है और उनकी भूमिका भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में हमेशा महत्वपूर्ण रहेगी।