मैसूरू,23 दिसंबर (युआईटीवी)- कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कपड़े को व्यक्तिगत पसंद का मामला बताते हुए शनिवार को घोषणा की कि राज्य में छात्रों और प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज के छात्रों के लिए हिजाब पर लगाया गया प्रतिबंध को हटाया जाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया यह बयान एक बड़ा विवाद का वजह बन सकता है। मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘सब का साथ, सबका विकास’ झूठा है। भाजपा सरकार लोग और समाज को पहनावे,जाति और कपड़े के आधार पर बाँटने का काम कर रही है। ”
मुख्यमंत्री ने हिजाब के पहनने पर कहा कि, ” सभी हिजाब पहन सकते हैं तथा स्कूलों और कॉलेजों में जा सकते हैं। हिजाब पर प्रतिबंध लगाने का जो फैसला पूर्व सरकार ने लिया था,मैंने उसे वापस लेने के लिए कहा है।”
मैसूरू में एक सभा को सीएम सिद्दारमैया ने संबोधित किया और कहा कि खान-पान और पहनावा आपकी चिंता का विषय है। मैं क्यों आपको इस संबंध में परेशान करूँ ? आप अपने पसंद से जो चाहें,पहन सकते हैं,जो चाहे खा सकते हैं। आपका अधिकार है,अपनी पसंद का खाना खाना। मैं जो भी खाऊँगा वो मेरा अधिकार है।
आगे उन्होंने कहा कि मैं तो धोती और जुब्बा पहने हुए हूँ। यदि आपको पैंट पहनना पसंद है तो आप पैंट पहन सकते हैं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। गलत तो वोट के लिए राजनीति करना है। गरीबों के हक़ के लिए हमारी सरकार काम करेगी। किसी भी तरह का समझौते करने की जरुरत नहीं है। झूठ बोलने वाले और धोखाधड़ी करने वालों के साथ आप लोगों को खड़ा नहीं होना चाहिए।
स्कूल के साथ-साथ प्री-यूनिवर्सिटी (कक्षा 11 और 12) कॉलेज की छात्राओं के हिजाब पहनने पर पिछली भाजपा सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था। भाजपा सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम पर हाईकोर्ट में छात्रों ने सवाल उठाया था और हाईकोर्ट ने सरकार द्वारा लिए गए निर्णय को बरकरार रखा था। उसके बाद इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाया गया और फिलहाल अभी यह मामला सुप्रीम कोर्ट में ही है।
हिजाब प्रतिबंध मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खबर बन गई थी और इस मुद्दे ने राज्य भर में समाज को खासकर छात्रों को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित कर दिया था। कांग्रेस की ओर से घोषणा किया गया था कि यदि सत्ता में कांग्रेस सरकार आती है,तो वह हिजाब पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा देगी।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि अमीर और ताकतवर लोग अभी भी बिना किसी डर के काम कर रहे हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि पुलिस बल को पैसे से खरीदा जा सकता है। लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए। क्योंकि यदि हमें अपने अर्थव्यवस्था को विकसित करना है,तो कानून-व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए और सभी अधिकारियों को भी यह समझना चाहिए कि जनता सर्वोच्च है तथा वही हमारी मालिक है।
पुलिस विभाग का कर्तव्य है कि वह नागरिक अधिकारों की रक्षा करें। किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। सीएम ने कहा कि पुलिस बल का सम्मान किया जाएगा,लोगों के अनुकूल पुलिस स्टेशनों को बनाया जाए और सभी पुलिस अधिकारी सभ्य भाषा का प्रयोग करें।
आगे उन्होंने कहा कि अगर खुफिया विभाग सक्रिय हो तो अपराध होने से पहले ही रोका जा सकता है। कोई भी अवैध गतिविधि पुलिस अधिकारियों के जानकारी के बिना नहीं हो सकती। थाने में बैठकर पुलिस को लिखना नहीं अपितु मौके पर तुरंत पहुँचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभी जातियों और धर्मों के लोगों के साथ-साथ सभी पार्टियों के फायदा के लिए उनकी सरकार ने कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है।