पोप फ्रांसिस

ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का 88 साल की आयु में निधन,वेटिकन सिटी में ली अंतिम सांस

वेटिकन सिटी, 21 अप्रैल (युआईटीवी)- रोमन कैथोलिक चर्च के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का सोमवार सुबह 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने वेटिकन स्थित अपने आवास कासा सांता मार्टा में अंतिम सांस ली। पोप लंबे समय से बीमार चल रहे थे और फरवरी में उन्हें गंभीर संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

वेटिकन के कैमरलेन्गो कार्डिनल केविन फेरेल ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि पोप फ्रांसिस ने सुबह 7:35 बजे शांतिपूर्वक दुनिया को अलविदा कहा। उनका जीवन ईश्वर,चर्च और मानवता की सेवा में समर्पित रहा।

पोप फ्रांसिस का असली नाम जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो था। वे 2013 में पोप बेनेडिक्ट XVI के इस्तीफे के बाद चर्च के प्रमुख चुने गए थे और उन्होंने सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी के सम्मान में “फ्रांसिस” नाम अपनाया। वे पहले लैटिन अमेरिकी पोप थे।

पोप के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया और उन्हें करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस का प्रतीक बताया।

निधन से एक दिन पहले ही पोप ने ईस्टर रविवार पर ‘उरबी एट ओरबी’ आशीर्वाद दिया था। यह उनका अंतिम सार्वजनिक संबोधन साबित हुआ।

वेटिकन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है और जल्द-ही नए पोप के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।