सिप्ला (तस्वीर क्रेडिट@CNBCTV18Live)

सिप्ला का वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में मुनाफा 49 प्रतिशत बढ़कर 1,575 करोड़ रुपये हुआ,राजस्व में 7 प्रतिशत की हुई वृद्धि

मुंबई,29 जनवरी (युआईटीवी)- देश की दिग्गज फार्मा कंपनी सिप्ला ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के लिए अपने समेकित शुद्ध लाभ में 49 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले वर्ष की समान तिमाही (वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही) के 1,068.5 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,574.6 करोड़ रुपये हो गया। यह वृद्धि कंपनी के मजबूत प्रदर्शन और प्रभावी रणनीतियों का परिणाम है।

कंपनी ने अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि उसकी परिचालन से राजस्व 7 प्रतिशत बढ़कर 7,073 करोड़ रुपये हो गया,जबकि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में यह 6,604 करोड़ रुपये था। हालाँकि, तिमाही-दर-तिमाही आधार पर यह लगभग स्थिर रहा,क्योंकि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में राजस्व 7,051 करोड़ रुपये रहा था।

भारत में कंपनी के कारोबार से होने वाला राजस्व साल-दर-साल 10 प्रतिशत बढ़कर 3,146 करोड़ रुपये हो गया। इसके ब्रांडेड प्रिस्क्रिप्शन कारोबार ने प्रमुख उपचारों में बाजार की वृद्धि को पीछे छोड़ दिया है। सिप्ला ने बताया कि इसके उत्पादों ने भारत में अधिक बाजार हिस्सेदारी प्राप्त की,जिससे उसकी वृद्धि में तेजी आई।

सिप्ला का एबिट्डा (ब्याज,कर,मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले का लाभ) साल-दर-साल 15.7 प्रतिशत बढ़कर 1,989 करोड़ रुपये हो गया,जबकि एबिट्डा मार्जिन 184 आधार अंकों से बढ़कर 28.1 प्रतिशत हो गया। कंपनी ने कहा कि इसके निरंतर मार्जिन बेहतर परिचालन दक्षता और गहन बाजार-केंद्रित रणनीति का परिणाम थे। इसका मतलब है कि कंपनी ने अपनी लागतों को प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया और अधिक लाभकारी तरीके से कारोबार किया।

हालाँकि,तिमाही के लिए सिप्ला के खर्च साल-दर-साल 5 प्रतिशत बढ़कर 5,378 करोड़ रुपये हो गए,लेकिन तिमाही-दर-तिमाही आधार पर ये खर्च 1.3 प्रतिशत कम थे। यह दिखाता है कि कंपनी ने खर्चों को काबू में रखने के लिए विभिन्न उपायों को अपनाया।

सिप्ला के नए उद्यम खंड ने भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 341 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है। यह आय वित्त वर्ष 2024 की समान अवधि की आय 281 करोड़ रुपये और पिछली तिमाही की आय 320 करोड़ रुपये से अधिक है। यह वृद्धि सिप्ला के नए उत्पादों और बाजारों में विस्तार के कारण हुई। कंपनी ने कहा कि उभरते बाजारों और यूरोप में मजबूत प्रदर्शन के कारण कंपनी की वृद्धि को बढ़ावा मिला है।

इसके अलावा,सिप्ला ने यह भी कहा कि उसका ट्रेड जेनेरिक सेगमेंट अब फिर से विकास की राह पर है और इसके उपभोक्ता स्वास्थ्य ब्रांड का विस्तार जारी है। यह दर्शाता है कि कंपनी ने अपने उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार किया है और नए सेगमेंट में सफलता हासिल की है।

कंपनी के वित्तीय परिणामों के बाद,सिप्ला के शेयर में भी बढ़त देखी गई। सिप्ला का शेयर 30.9 रुपये की बढ़त के साथ 1,427 रुपये पर बंद हुआ। यह वृद्धि निवेशकों का विश्वास और कंपनी के स्थिर वित्तीय प्रदर्शन का प्रतीक है।

सिप्ला का यह प्रदर्शन न केवल भारत में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उसके उत्पादों की माँग को दर्शाता है। कंपनी की सफलता उसके निरंतर नवाचार,बेहतर संचालन और रणनीतिक विस्तार की वजह से संभव हुई है। आने वाले समय में,सिप्ला अपने वैश्विक बाजारों में और अधिक विस्तार करने और नए उत्पादों को लॉन्च करने के लिए तैयार है,जिससे उसकी भविष्यवाणी और विकास की राह और मजबूत होगी।

सिप्ला के इस वित्तीय प्रदर्शन से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी अपनी रणनीतियों में सफलता प्राप्त कर रही है और दवा उद्योग में एक मजबूत खिलाड़ी बनकर उभर रही है।