नई दिल्ली, 7 जनवरी(युआईटीवी/आईएएनएस)- कच्चा तेल कोरोना काल में पिछले साल बोतलबंद पानी से भी सस्ता हो गया था, मगर वैक्सीन आने से तेल के दाम में आई तेजी को अब दुनिया में कच्चे तेल का सबसे बड़ा निर्यातक सउदी अरब द्वारा उत्पादन में बड़ी कटौती के एलान से सपोर्ट मिला है। तीन दिनों में कच्चे तेल के दाम में सात फीसदी से ज्यादा का उछाल आ चुका है और तेजी का रुख बरकरार है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क कच्चा तेल 54 डॉलर प्रति बैरल के उपर बना हुआ है और डब्ल्यूटीआई 51 डॉलर प्रति बैरल के उपर चला गया है।
घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर कच्चे तेल का दाम 28 अप्रैल को टूटकर 795 रुपये प्रति बैरल यानी पांच रुपये प्रति लीटर पर आ गया था यानी बोतलबंद पानी से भी सस्ता हो गया था, लेकिन गुरुवार को 3,749 रुपये प्रति बैरल तक उछला जोकि पिछले साल 25 फरवरी 2020 के बाद का सबसे उंचा स्तर है जब तेल का दाम एमसीएक्स पर 3,752 रुपये प्रति बैरल था।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी कच्चे तेल का भाव पिछले साल फरवरी के बाद के उंचे स्तर पर है। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर गुरुवार को ब्रेंट क्रूड के मार्च डिलीवरी अनुबंध में बीते सत्र से 0.92 फीसदी की तेजी के साथ 54.80 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान भाव 54.85 डॉलर प्रति बैरल तक चढ़ा।
वहीं, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के फरवरी अनुबंध में बीते सत्र से 1.05 फीसदी की तेजी के साथ 51.16 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले डब्ल्यूटीआई का भाव कारोबार के दौरान 51.21 डॉलर प्रति बैरल तक उछला।
एमसीएक्स पर हालांकि कच्चे तेल के जनवरी अनुबंध में 27 रुपये की बढ़त के साथ 3,748 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। सउदी अरब ने कहा है कि वह फरवरी और मार्च में 10 लाख बैरल रोजाना अतिरिक्त उत्पादन में कटौती करेगा।
कच्चे तेल में आई तेजी से भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में फिर वृद्धि का सिलसिला जारी है और देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का भाव 84.20 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड उंचे स्तर पर चला गया है।