मुंबई, 12 अगस्त (युआईटीवी/आईएएनएस)| अभिनेता अली फजल का मानना है कि आज त्रुटिपूर्ण लोगों की कहानियों ने सुर्खियां बटोर ली हैं और दर्शकों की इस पीढ़ी द्वारा इसका भरपूर आनंद लिया जा रहा है। उनका कहना है कि वर्तमान पीढ़ी उन फिल्मों के साथ प्रतिध्वनित होती है जो वास्तविक, त्रुटिपूर्ण, कमजोर लोगों को पर्दे पर चित्रित करती हैं क्योंकि यह एक मानवीय संबंध बनाती है। अली ने कहा कि कला का निर्माण करने का यह एक अच्छा समय है क्योंकि विभिन्न शैलियों के बीच कोई बारीक रेखा नहीं है और आज के दर्शक सिनेमा को स्वीकार कर रहे हैं जो समकालीन दुनिया की कठोर वास्तविकताओं को प्रदर्शित करता है।
अभिनेता के लिए, सिनेमा का हिस्सा बनना जरूरी है जो अपने दर्शकों से बात करे और बिल्कुल काला या सफेद न हो। उनकी नवीनतम, ‘फॉरगेट मी नॉट’, संकलन ‘रे’ की चार कहानियों में से एक में इसी भावना को समाहित किया गया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को अपने पूर्ववर्तियों से सहानुभूति और अनुकूलन क्षमता के गुण विरासत में मिले हैं और साथ ही वे उदार, सबसे विविध और जुड़े हुए हैं। वे ऐसी फिल्मों के साथ प्रतिध्वनित होते हैं जो वास्तविक, त्रुटिपूर्ण, कमजोर लोगों को स्क्रीन पर चित्रित करती हैं क्योंकि यह एक मानवीय संबंध बनाती है।
अली ने आगे कहा कि सिनेमा वर्तमान पीढ़ी की सामूहिक चेतना का एक अमिट हिस्सा बन गया है और कहानियों को जब न्याय के साथ पेश किया जाता है, तो स्क्रीन पर आकर्षक कंटेंट बनता है।