न्यूयॉर्क, 18 जनवरी (युआईटीवी)- 37 करोड़ डॉलर के नागरिक धोखाधड़ी मुकदमे में अपील अदालत से पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक सीमित ‘गैग ऑर्डर’ सौंपा गया। मैनहट्टन एनवाई अटॉर्नी जनरल लेटिता जेम्स ने अपनी समापन दलीलें शुरू कर दी, इसलिए यहाँ की अदालतों में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप दो अलग-अलग मामलों में पेश हुए। नागरिक धोखाधड़ी मुकदमे में पहले 250 मिलियन डॉलर की क्षति का दावा किया गया था,लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 370 मिलियन डॉलर कर दिया गया।
मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपील अदालत में मैनहट्टन न्यायाधीश आर्थर एंगोरोन द्वारा जारी किए गए गैग आदेश के खिलाफ अपील की थी। अपील अदालत ने ट्रंप के अपील को ख़ारिज कर दिया और जारी किए गए गैग आदेश को बरकरार रखा।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ अवैध रूप से ऋण सुरक्षित करने,जुर्माने के आरोपों को बढ़ाते हुए कम बीमा प्रीमियम प्राप्त करने के लिए संपत्ति के मूल्यों को बढ़ाने इत्यादि दलीलें न्यूयॉर्क एजी लेटिटिया जेम्स ने दी। न्यायाधीश आर्थर एंगोरोन और जूरी सदस्यों से न्यूयॉर्क एजी लेटिटिया जेम्स ने ट्रंप के खिलाफ अपनी दलीलें बंद करते हुए कहा कि उनका मामला कभी भी राजनीति या प्रतिशोध के लिए नहीं था और न ही यह मामला नाम पुकारने के विषय में था। ट्रंप ने कानूनों का उल्लंघन किया है और उन पर जो मामला बनता है,वह कानून तथा तथ्यों से संबंधित है।
जबकि इस मामले में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि मुझ पर किया गया मुक़दमा कानूनों का उल्लंघन का नहीं,बल्कि राजनीति से प्रेरित था। उन्होंने कहा था कि मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उनके खिलाफ डेमोक्रेट एजी जेम्स का उपयोग करके “राजनीतिक विच हंट” शुरू किया था। लेकिन तथ्यों से पता चलता है कि जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने से पहले ही डेमोक्रेट एजी जेम्स ने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
वहीं डेमोक्रेट एजी जेम्स इस मामले को तथ्यों और कानून के बारे में बताते हुए कहते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप ने कानून का उल्लंघन किया है। उन्होंने इस मामले में “न्याय होगा” का भरोसा दोहराने से पहले जज,अपनी टीम और ट्रंप के वकीलों को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कानून को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि, ” कानून सबसे ऊपर है। आप चाहे कितने भी अमीर और शक्तिशाली क्यों न हों,लेकिन कानून से ऊपर कोई भी नहीं है।”
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर न्यूयॉर्क में 370 मिलियन डॉलर (37 करोड़ डॉलर) का नागरिक धोखाधड़ी मुकदमा चल रहा है। जिसकी सहायता से ट्रंप व्हाइट हाउस तक पहुँचने में सफल हुए थे।