यमुना सफाई निरीक्षण (तस्वीर क्रेडिट@p_sahibsingh)

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और एलजी वीके सक्सेना ने वजीराबाद में यमुना की सफाई का निरीक्षण किया

नई दिल्ली,10 अप्रैल (युआईटीवी)- दिल्ली में यमुना की सफाई और पुनरुद्धार के लिए चल रहे प्रयासों को और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से आज राजधानी के वजीराबाद ड्रेन पर एक अहम निरीक्षण दौरा किया गया। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता,उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और केंद्रीय मंत्री प्रवेश वर्मा ने संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर परियोजना स्थल का मुआयना किया।

यह दौरा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार द्वारा यमुना को स्वच्छ और निर्मल बनाने की दिशा में किए जा रहे कार्यों की एक अहम कड़ी के रूप में देखा जा रहा है। वजीराबाद ड्रेन पर प्रदूषण नियंत्रण केंद्र की स्थापना की गई है, जहाँ नाले के गंदे पानी को ट्रीट कर आगे बढ़ाया जाता है,ताकि वह सीधे यमुना नदी में प्रवेश न कर सके।

अधिकारियों ने जानकारी दी कि वजीराबाद ड्रेन से निकलने वाला पानी नजफगढ़ ड्रेन और फिर श्रीनगर ड्रेन के माध्यम से यमुना नदी में मिलता है,लेकिन अब नई योजना के तहत,यमुना में गिरने से लगभग 3 से 4 किलोमीटर पहले ही पानी को ट्रीट किया जाएगा, जिससे यमुना में प्रदूषण का स्तर कम किया जा सके। इसी योजना के निरीक्षण के लिए मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल ने आज इस स्थान का दौरा किया।

इस दौरे के दौरान अधिकारियों ने यह भी बताया कि यदि योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाए,तो इस क्षेत्र को एक सुंदर टूरिस्ट प्लेस के रूप में भी विकसित किया जा सकता है। क्षेत्र को रिवर फ्रंट की तर्ज पर सौंदर्यीकृत किया जा सकता है,जहाँ सुबह और शाम स्थानीय लोग सैर कर सकें और एक स्वस्थ वातावरण का आनंद ले सकें।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि, “हमारा लक्ष्य न केवल यमुना को साफ करना है, बल्कि उसके आस-पास के इलाकों को भी सुंदर,हरित और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है। इससे न केवल जल की गुणवत्ता सुधरेगी,बल्कि लोगों की जीवनशैली पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।”

वजीराबाद ही नहीं,बल्कि आज दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में यमुना की सफाई और सौंदर्यीकरण को लेकर मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है। इन दौरों में संबंधित विभागों के अधिकारी भी शामिल हो रहे हैं,जिन्हें मौके पर ही दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं ताकि सफाई अभियान को तेज और प्रभावशाली बनाया जा सके।

यह पहल ‘स्वच्छ यमुना,साफ यमुना’ के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। अगर योजनाएँ समयबद्ध और वैज्ञानिक तरीके से क्रियान्वित की जाती हैं,तो आने वाले वर्षों में यमुना एक बार फिर जीवनदायिनी और स्वच्छ नदी के रूप में बह सकेगी।

इस पूरे अभियान के माध्यम से दिल्ली सरकार न केवल जल प्रदूषण की समस्या से निपटना चाहती है,बल्कि जल स्रोतों के संरक्षण और सतत विकास को भी प्राथमिकता दे रही है।