गुरुग्राम, 13 अक्टूबर (युआईटीवी/आईएएनएस)| गुरुग्राम में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और जिले में पिछले सप्ताह से डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। कुल मरीजों की संख्या 133 पहुंच गई है। हालांकि अभी तक इस बीमारी से किसी की मौत नहीं हुई है।
मंगलवार को जिले में 1,169 संदिग्ध मामले पाए गए, जो एक दिन में सामने आए संदिग्ध मामलों की सबसे अधिक संख्या है। अधिकारियों ने कहा कि उनके रक्त के नमूने जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग को भेजे गए हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि रैपिड फीवर सर्वे के तहत मंगलवार को उन्होंने 12,442 घरों को कवर किया। इस सीजन में अब तक वे सर्वे करने के लिए 4 लाख से ज्यादा घरों का दौरा कर चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमों ने मंगलवार को 17,861 घरों में मच्छरों के लार्वा की भी जांच की। इस दौरान उन्हें 226 घरों में रखे पानी में लार्वा मिले।
इसके बाद विभाग ने 145 लोगों को चेतावनी नोटिस जारी किया। हालांकि, इस सीजन में अब तक मलेरिया के केवल दो मामलों की पुष्टि हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि बीमारी को फैलने से रोकने के लिए विभाग अभियान, एसएमएस, फॉगिंग और सिविल अस्पताल में अलग से डेंगू वार्ड बनाकर जागरूकता फैला रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र यादव ने कहा कि हमने डेंगू के मामलों से निपटने के लिए नगर निगम गुरुग्राम (एमसीजी) के कर्मचारियों के साथ एक टीम का गठन किया है। हम उन मकान मालिकों को भी नोटिस दे रहे हैं, जहां मच्छर लार्वा पाए गए है। स्वास्थ्य विभाग की एक टीम उन घरों का फिर से निरीक्षण करेगी। अगर हमें फिर से लार्वा मिलते हैं, तो एमसीजी नोटिस जारी करके मालिक पर जुमार्ना लगाएगा।
यादव ने बताया कि गंबूसिया मछली मच्छरों को पनपने से रोकने में काफी कारगर है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा एमसीजी और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) को इस मछली को जलजमाव वाले क्षेत्रों में पेश करने का निर्देश दिया गया है।
फॉगिंग को लेकर जिले भर में कई टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में तीन कार्यकर्ता और एक पर्यवेक्षक शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मच्छरों के लार्वा खाने वाली गंबुसिया मछली को भी झीलों और तालाबों में लाया जा रहा है।