पटना, 6 अक्टूबर (यूआईटीवी/आईएएनएस)| बिहार में कोविड-19 के मामले भले ही कम हो रहे हों, लेकिन राज्य की राजधानी में डेंगू, चिकनगुनिया और जापानी इंसेफेलाइटिस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। पटना में सिविल सर्जन के कार्यालय के अनुसार, शहर के बाहरी इलाके पंडारक के एक बच्चे की मंगलवार को जापानी इंसेफेलाइटिस के कारण मौत हो गई।
बच्चे को पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) के एनआईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था। बख्तियारपुर के पास करौता गांव का एक और बच्चा भी जापानी इंसेफेलाइटिस से पॉजिटिव पाया गया है। उसे भी पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था।
जापानी इंसेफेलाइटिस के अलावा बिहार में भी डेंगू और चिकनगुनिया के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
पटना में अब तक डेंगू के 57 और चिकनगुनिया के तीन मामले सामने आ चुके हैं।
पटना के सिविल सर्जन डॉ.प्रमोद झा ने कहा कि मौसम के बदलाव के कारण बड़ी संख्या में मच्छर पनप रहे हैं। लोगों को अगले दो महीनों में एहतियात बरतने की जरूरत है। शीतकालीन सत्र के आगमन के दौरान डेंगू, चिकनगुनिया और जापानी इंसेफेलाइटिस के मामले बढ़ सकते हैं।
डॉक्टर का कहा है कि हमने पटना नगर निगम को इलाकों में फॉगिंग शुरू कराने का निर्देश दिया है।
पटना में कंकड़बाग, दानापुर, दीघा, पत्रकार नगर, यारपुर, जक्कनपुर और गरदानीबाग जैसे कई स्थान हैं, जिन्हें निचले इलाके माना जाता है, जहां पानी जमा होता है।