नई दिल्ली,12 फरवरी (युआईटीवी)- बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा’ के आठवें संस्करण में भाग लिया और उन्होंने वहाँ अपने व्यक्तिगत अनुभवों को छात्रों के साथ साझा किया। इस अवसर पर दीपिका ने परीक्षा के दौरान छात्रों में उत्पन्न होने वाले तनाव और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने यह बताया कि कैसे वे स्वयं मानसिक दबाव को मैनेज करती हैं और छात्रों को तनाव कम करने के प्रभावी तरीके भी बताए।
दीपिका ने अपने बचपन के बारे में बात करते हुए बताया कि उनका झुकाव खेलों और अन्य गतिविधियों की ओर था। उन्होंने कहा, “बचपन में मैं बहुत शरारती थी। मेरे माता-पिता आज भी कहते हैं कि आप दीपिका को कभी भी जमीन पर नहीं पाएँगे। मैं हमेशा सोफे,टेबल और कुर्सियों पर कूदती रहती थी। मुझे एक्स्ट्रा-करिकुलर (पाठ्येतर) गतिविधियों में अधिक रुचि थी।” इससे यह स्पष्ट होता है कि दीपिका ने अपने बचपन में अपनी ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग किया और यह भी बताया कि बच्चों को सिर्फ पढ़ाई में ही नहीं,बल्कि अन्य गतिविधियों में भी हिस्सा लेने का मौका मिलना चाहिए।
दीपिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए ‘परीक्षा पे चर्चा’ के मंच से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए धन्यवाद कहा। उन्होंने इस मंच को छात्रों को मानसिक शांति और तनाव मुक्त रखने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बताया। दीपिका ने छात्रों को सलाह दी कि वे अपने तनाव और दबाव को समझें और उसे सही तरीके से प्रबंधित करें।
दीपिका ने चर्चा के दौरान छात्रों को तनाव और दबाव से निपटने के कुछ महत्वपूर्ण तरीके बताए। उन्होंने कहा, “आप जिन्हें नियंत्रण कर सकते हैं,आप अपना पूरा ध्यान उन चीजों पर केंद्रित करें। अपने तनाव के बारे में अपने माता-पिता और शिक्षकों से बात करें, इसके पीछे छिपे कारण की पहचान करें और इसे किसी ऐसे व्यक्ति को बताएँ,जिस पर आप भरोसा करते हैं।” इस सलाह का उद्देश्य था कि छात्र अपनी समस्याओं को साझा करें और उन्हें अकेले न झेलें,बल्कि उनसे बाहर निकलने के उपाय तलाशें।
दीपिका ने तनाव को कम करने के प्रभावी तरीकों के रूप में ध्यान और व्यायाम को भी शामिल किया। उन्होंने कहा, “तनाव को कम करने के लिए हमें मानसिक शांति की आवश्यकता होती है,इसके लिए ध्यान और योग सबसे प्रभावी तरीके हो सकते हैं। इसके अलावा,नियमित रूप से व्यायाम करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है,बल्कि मानसिक स्थिति भी सुधरती है।” दीपिका ने छात्रों को यह भी बताया कि कैसे शारीरिक गतिविधियों को दिनचर्या में शामिल करके वे न सिर्फ अपनी मानसिक स्थिति में सुधार कर सकते हैं,बल्कि अपनी शारीरिक ताकत को भी बढ़ा सकते हैं।
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दीपिका ने यह भी बताया कि गलतियाँ करना सीखने का एक अहम हिस्सा है। उन्होंने छात्रों को यह विश्वास दिलाया कि कोई भी व्यक्ति पूर्ण नहीं हो सकता और सभी को अपने जीवन में गलतियाँ करने का अवसर मिलना चाहिए। इससे छात्र आत्मविश्वास महसूस करेंगे और जान पाएँगे कि गलतियों से डरने की बजाय उन्हें स्वीकार करना और उनसे सीखना जरूरी है। उन्होंने विद्यार्थियों से यह भी कहा, “यदि आप अपनी कमजोरियों के बजाय अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित करते हैं,तो आप देखेंगे कि आप कितनी चीजों में अच्छे हैं।”
दीपिका पादुकोण ने एक इंटरैक्टिव सीजन के हिस्से के रूप में एक गतिविधि आयोजित की,जिसमें कागज के टुकड़ों पर छात्रों ने अपनी ताकत लिखी और उन्हें एक बोर्ड पर प्रदर्शित किया। इस गतिविधि का उद्देश्य था कि छात्र अपनी ताकत को पहचानें और यह महसूस करें कि वे कितनी चीजों में सक्षम हैं। दीपिका ने इस गतिविधि को छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और सकारात्मक सोच विकसित करने का एक अच्छा तरीका बताया।
दीपिका ने कार्यक्रम में कई मजेदार खेल भी खेले,जिससे छात्रों का मनोबल बढ़ा और उन्होंने खुद को और अपने दोस्तों को खुश महसूस किया। इसके अलावा,इस सीजन में उन्होंने एक मजेदार तत्व भी जोड़ा,ताकि छात्रों को यह समझ में आए कि मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों से निपटना भी मस्ती है और इसे हल्के फुल्के तरीके से किया जा सकता है।
इससे पहले,मंगलवार को दीपिका ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए परीक्षा पे चर्चा में अपनी भागीदारी की घोषणा की थी। इस वीडियो में उन्होंने शिक्षा में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डाला और छात्रों को प्रेरित किया। दीपिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस पहल की सराहना करते हुए बताया कि यह कार्यक्रम छात्रों को तनाव और दबाव से निपटने में मदद करने का एक बड़ा कदम है। उन्होंने इस एपिसोड के बारे में उत्साह व्यक्त किया और सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की भी सराहना की थी।
दीपिका ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा छात्रों की मानसिक स्थिति और उनके दबाव को समझने की कोशिश की जा रही है,जो न केवल शिक्षा के क्षेत्र में,बल्कि समाज में भी बहुत जरूरी है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे इस कार्यक्रम से सीखें और अपने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें,क्योंकि यह न केवल उनकी शिक्षा में मदद करेगा,बल्कि उनके जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है।
इस कार्यक्रम में दीपिका पादुकोण की भागीदारी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ को और भी दिलचस्प और प्रेरणादायक बना दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को तनावमुक्त जीवन जीने की प्रेरणा दी और उन्हें मानसिक शांति के महत्व को समझाया। यह कार्यक्रम छात्रों के लिए एक अमूल्य उपहार साबित हुआ है,जो उन्हें न केवल परीक्षा के दबाव से जूझने में मदद करेगा,बल्कि उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की ताकत भी देगा।