नई दिल्ली,8 अप्रैल (युआईटीवी)- दुबई के क्राउन प्रिंस, संयुक्त अरब अमीरात के डिप्टी प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री, शेख हमदान बिन मोहम्मद अल मकतूम, मंगलवार को अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के लिए नई दिल्ली पहुँचे। यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर हो रही है और इसे भारत-यूएई संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है। विदेश मंत्रालय ने भी इस यात्रा को अत्यधिक महत्व देते हुए इसे द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देने वाला कदम बताया है।
शेख हमदान बिन मोहम्मद अल मकतूम का नई दिल्ली एयरपोर्ट पर औपचारिक स्वागत किया गया। उन्हें एक गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया,जो उनकी यात्रा की महत्ता को दर्शाता है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी भी उपस्थित थे। यह यात्रा क्राउन प्रिंस का भारत का पहला आधिकारिक दौरा है और इसके जरिए भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
यात्रा के दौरान,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख हमदान के सम्मान में एक दोपहर के भोज का आयोजन किया। इस भोज के दौरान दोनों नेताओं के बीच भारत-यूएई के संबंधों पर गहन चर्चा होने की संभावना है। इसके अलावा क्राउन प्रिंस का विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक करने का भी कार्यक्रम है, जिसमें दोनों देशों के बीच सामरिक,रक्षा और व्यापारिक सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की जाएगी।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच पारंपरिक रूप से बहुत मजबूत वाणिज्यिक,सांस्कृतिक और लोगों के बीच आदान-प्रदान रहा है। इस यात्रा के दौरान, दोनों देशों के नेताओं के बीच व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में सहयोग को और प्रगाढ़ बनाने के प्रयास किए जाएँगे। इसके लिए विशेष रूप से मुंबई में एक व्यापार गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें दोनों देशों के प्रमुख व्यापारिक नेताओं के बीच विचार-विमर्श होगा। इस बैठक का उद्देश्य भारत-यूएई के बीच व्यापारिक और वाणिज्यिक संबंधों को और मजबूत करना है, जिससे दोनों देशों को आर्थिक लाभ मिलेगा।
क्राउन प्रिंस का यह दौरा भारत और यूएई के व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती प्रदान करेगा। दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग,ऊर्जा क्षेत्र में साझेदारी, और डिजिटल और हरित प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में मिलकर काम करने के कई अवसर हो सकते हैं। भारत-यूएई के द्विपक्षीय संबंधों में यह यात्रा एक नई ऊँचाई तक पहुँचने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच ऐतिहासिक रूप से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। दोनों देशों के बीच व्यापार,ऊर्जा, रक्षा और सांस्कृतिक संबंधों में गहरी साझेदारी रही है। यूएई में भारतीय समुदाय की एक बड़ी संख्या है,जो दोनों देशों के बीच मजबूत लोगों के बीच संबंधों को भी दर्शाता है। इसके अतिरिक्त,दोनों देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों में कई उच्च स्तरीय मुलाकातें और समझौतों ने इन संबंधों को और मजबूती प्रदान की है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर की इस वर्ष जनवरी में संयुक्त अरब अमीरात यात्रा के दौरान,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्राउन प्रिंस को भारत आने का निमंत्रण दिया था। यह निमंत्रण भारत-यूएई के रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम था। शेख हमदान की यह यात्रा दोनों देशों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर साबित होगी,जिससे क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर भारत और यूएई की स्थिति को और मजबूत किया जाएगा।
दुबई के क्राउन प्रिंस की इस यात्रा से भारत-यूएई के रिश्तों में एक नई ऊर्जा का संचार होगा। व्यापार,संस्कृति, रक्षा और रणनीतिक साझेदारी के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग को नई दिशा मिलेगी। इस यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि भारत और यूएई अपने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह यात्रा न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र और वैश्विक राजनीति के लिए भी एक महत्वपूर्ण विकास है।